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घरौंडा क्षेत्र की राइस मिल में 26 वर्षीय संतोष की हत्या, सगे भाई पर शक गहरा।
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देर रात झगड़े के बाद सुबह ठेकेदार ने कंबल हटाया तो संतोष खून से लथपथ मृत मिला।
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मौके से हथौड़ा बरामद, सिर पर गंभीर चोट के निशान; FSL, CIA और घरौंडा पुलिस जांच में जुटी।
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दोनों भाई बिहार के निवासी, डेढ़–दो महीने से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे थे, आरोपी भाई फरार और फोन स्विच ऑफ।
करनाल के घरौंडा क्षेत्र में कलेड़ी–बरसत रोड स्थित एक राइस मिल में देर रात हुई वारदात ने सनसनी फैला दी, जहां सगे भाई ने अपने ही भाई संतोष को मौत के घाट उतार दिया। मूल रूप से बिहार के कटिहार निवासी 26 वर्षीय संतोष करीब डेढ़–दो महीने पहले अपने भाई के साथ ठेकेदार के जरिए कॉन्ट्रैक्ट पर इस राइस मिल में काम करने लगा था और दोनों भाई यहीं कमरे में रहते–सोते थे।
जानकारी के अनुसार देर रात दोनों भाइयों में पहले बरसत बाजार में झगड़ा हुआ, जहां उन्होंने शराब पी रखी थी और बहसबाजी भी हुई। इसके बाद दोनों राइस मिल स्थित कमरे में लौट आए और रात के किसी समय संतोष के भाई ने कथित रूप से उस पर हमला कर दिया, जिसके बारे में किसी अन्य कर्मचारी को रात में कोई आहट या चीख–पुकार सुनाई नहीं दी।
घटना का खुलासा तब हुआ जब देर रात ड्यूटी पर भेजने के लिए ठेकेदार सुबह करीब 12–1 बजे के बीच संतोष को उठाने के लिए कमरे में पहुंचा। ठेकेदार के मुताबिक संतोष कंबल ओढ़कर लेटा हुआ था, जब कंबल हटाया तो वह खून से लथपथ अवस्था में बेहोश पड़ा मिला, शरीर सख्त हो रहा था और उसकी सांसें थम चुकी थीं, साथ ही पास में एक हथौड़ा जैसे हथियार पड़ा था।
ठेकेदार ने तुरंत मालिक को फोन किया और बाद में डायल 112 पर सूचना दी, जिसके बाद घरौंडा थाना पुलिस, सीआईए टीम और FSL की टीम घटनास्थल पर पहुंची। एफएसएल ने मौके से बरामद हथियार सहित खून से सने अन्य साक्ष्यों को साइंटिफिक तरीके से जब्त किया, जबकि पुलिस ने कमरे और आसपास के क्षेत्र का बारीकी से मुआयना किया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक संतोष के सिर पर गंभीर चोट के निशान हैं, जिससे आशंका है कि उसी हथौड़े जैसे भारी वस्तु से वार कर उसकी हत्या की गई। संतोष का शव शव-वाहन में रखकर पोस्टमार्टम और आगे की मेडिकल जांच के लिए कल्पना चावला सरकारी मेडिकल कॉलेज, करनाल की मोर्चरी हाउस भेजा गया, जहां रिपोर्ट से समय और कारणों की स्पष्ट जानकारी मिलेगी।
राइस मिल मालिक और ठेकेदार के अनुसार दोनों भाई बिहार के रहने वाले थे, करीब डेढ़–दो महीने पहले ही काम पर रखे गए थे और रात को कमरे में आमतौर पर वही दोनों सोते थे, जबकि अन्य मजदूर देर रात अपने-अपने कमरों में चले जाते थे। ठेकेदार ने बताया कि उसकी जानकारी में दोनों पहले भी झगड़ते थे या नहीं, यह साफ नहीं है, लेकिन पिछली रात बरसत बाजार में दोनों के बीच बहसबाजी हुई और एक अन्य व्यक्ति को चोट लगने पर उसे अस्पताल ले जाना पड़ा था।
बयान के मुताबिक रात की झड़प के बाद ठेकेदार करनाल अस्पताल चला गया और सुबह जब ड्यूटी पर बुलाने आया तो संतोष मृत मिला, जबकि उसका सगा भाई वहां से गायब था और उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है। पुलिस दोनों भाइयों के नाम और पहचान की पुष्टि कर रही है, फिलहाल मृतक का नाम संतोष और फरार भाई को ताला के नाम से पुकारा जाना सामने आया है, जबकि आधार कार्ड पर उसका नाम अलग हो सकता है।
स्थानीय मजदूरों और कर्मचारियों से पूछताछ के दौरान किसी ने भी रात को चीख–पुकार या तेज झगड़े की आवाज सुनने की बात नहीं कही, क्योंकि सभी अपने-अपने कमरों में सोए हुए थे। कर्मचारियों के अनुसार, दोनों भाइयों ने शराब पी रखी थी और रात को झगड़ा जरूर हुआ था, लेकिन किस स्तर तक बात बढ़ी, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है।
प्रारंभिक जांच में मामला साफ तौर पर हत्या का प्रतीत हो रहा है, जिसमें सगे भाई पर ही अपने छोटे/बड़े भाई संतोष की जान लेने का शक गहरा हो गया है। पुलिस अब फरार भाई की तलाश में जुटी है, उसके मोबाइल लोकेशन, पिछले कॉल डिटेल और रिश्तेदारों से संपर्क के जरिए उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है।
मौके से बरामद हथौड़ा और अन्य भौतिक साक्ष्यों को एफएसएल की लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि हत्या में इस्तेमाल हथियार और खून के दागों की वैज्ञानिक पुष्टि हो सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पूरे घटनाक्रम की कड़ी जोड़ी जाएगी, जिसके बाद आरोपित के खिलाफ कड़ी धाराओं में मामला मज़बूत किया जाएगा।
स्थानीय स्तर पर इस घटना को लेकर लोगों में हैरानी और आक्रोश दोनों देखा जा रहा है कि किस प्रकार सगा भाई ही अपने भाई की जान का दुश्मन बन गया। पत्रकार ने भी कहा कि संतोष का सिर बुरी तरह फोड़ा गया, हालत देखने लायक नहीं थी और उसे खून से लथपथ अवस्था में कंबल से ढककर छोड़ दिया गया, जिसके बाद आरोपी भाई फरार हो गया।