रोड़ महासभा के चुनाव 7 दिसंबर 2025 को होने जा रहे हैं, जिसमें एडवोकेट निर्मल स्टौंडी प्रधान पद के लिए मैदान में उतरे हैं। वे पहले तीन बार बार एसोसिएशन के प्रधान और रोड महासभा के वाइस प्रेजिडेंट रह चुके हैं और दावा करते हैं कि अब तक उन पर या उनके परिवार पर कोई भी भ्रष्टाचार या गलत काम का आरोप नहीं लगा।
निर्मल स्टौंडी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य समाज में फैली बुराइयों को दूर करना, युवाओं को शिक्षा और खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाना और जरूरतमंद बच्चों को आर्थिक व शैक्षणिक सहयोग देना है। उन्होंने कहा कि कई प्रतिभाशाली बच्चे आर्थिक तंगी की वजह से उच्च शिक्षा या खेलों में आगे नहीं बढ़ पाते, इसलिए महासभा की ओर से प्रोत्साहन राशि, कोचिंग और हर संभव मदद देने की योजना है।
उन्होंने घोषणा की कि अगर उन्हें मौका मिला तो दिल्ली में रोड समाज की एक वर्ल्ड लेवल धर्मशाला बनाने का प्रयास करेंगे, जिसमें पढ़ाई और तैयारी करने वाले बच्चों के लिए रहने व पढ़ने की बेहतर व्यवस्था होगी। इस धर्मशाला में HPSC, UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतरीन कोचिंग सेंटर और योग्य शिक्षकों की निशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाने का वादा किया गया।
निर्मल स्टौंडी ने चिंता जताई कि आजकल पढ़े-लिखे युवा बड़ी संख्या में विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे गांव-गांव खाली होते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि 95–99 प्रतिशत तक अंक लाने वाले बच्चे भी बाहर जा रहे हैं, जबकि वे यहां रहकर बड़े पद हासिल कर सकते हैं, इसलिए वे गांव-गांव जाकर बच्चों और अभिभावकों को समझाने और यहीं तैयारी के लिए प्रेरित करने की बात रखते हैं।
उन्होंने कहा कि रोड महासभा की ओर से जिला स्तर पर कोचिंग सेंटर खोलने, जरूरतमंद परिवारों को फाइनेंसियल मदद देने और एक-एक गाइड उपलब्ध कराने की योजना है, जो बच्चों को सही करियर दिशा दिखाएंगे। विदेश में गए और किसी कारणवश वापस भेजे गए युवाओं की मदद के लिए वे सरकार के साथ समन्वय कर हर संभव सहयोग देने तथा उनके परिवारों की देखरेख में भी साथ खड़े रहने का आश्वासन देते हैं।
समाज में बढ़ते वैवाहिक व पारिवारिक विवादों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि रिश्ते टूटने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिन्हें रोकने के लिए वे बुजुर्गों और वरिष्ठ लोगों की अलग-अलग कमेटियां बनाने का काम करेंगे। ये कमेटियां घर-घर जाकर परिवारों को समझाने, रिश्तों को बचाने और समाज में फैल रही बुराइयों को कम करने के लिए जागरूकता का काम करेंगी, जबकि महासभा इन समितियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी।
युवाओं में फैल रहे नशे पर निर्मल स्टौंडी ने कहा कि पंजाब से शुरू हुआ नशे का प्रकोप हरियाणा और अन्य राज्यों तक फैलता दिख रहा है और युवा खेलों से हटकर नशे की तरफ जा रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिन गांवों में नशे की समस्या ज्यादा है, वहां विशेष टीमें बनाकर घर-घर जाया जाएगा, युवाओं को नशे से दूर रहने, खेल और पढ़ाई की ओर लौटने के लिए प्रेरित किया जाएगा और हर संभव काउंसलिंग व सहयोग दिया जाएगा।
जनता से अपने पक्ष में समर्थन की अपील करते हुए एडवोकेट निर्मल स्टौंडी ने कहा कि अपने अब तक के सभी पदों पर उन्होंने सबको साथ लेकर काम किया है और समाज के हर व्यक्ति की मदद की कोशिश की है। उन्होंने वादा किया कि अगर रोड महासभा के प्रधान के रूप में उन्हें मौका मिलता है तो अगले तीन साल तक वे दिन-रात बिरादरी की सेवा में समर्पित रहेंगे और हर वर्ग – युवा, बुजुर्ग, खिलाड़ी, छात्र और जरूरतमंद परिवार – के लिए काम करेंगे।
रोड महासभा के इस चुनाव में कई प्रत्याशी मैदान में हैं और जनता किस पर भरोसा जताती है, यह 7 दिसंबर के परिणाम से स्पष्ट होगा। फिलहाल निर्मल स्टौंडी द्वारा शिक्षा, खेल, नशामुक्ति, विदेश पलायन रोकने, कोचिंग व धर्मशाला जैसी घोषणाओं ने समाज के बीच चर्चा जरूर तेज कर दी है और वोटर अपने स्तर पर उम्मीदवारों का मूल्यांकन कर रहे हैं।