करनाल की पश्चिमी यमुना नहर के अंडरपास के नजदीक ग्रे कलर की हुड्डी/जैकेट, ग्रे-ब्लू कलर के जूते, एक मोबाइल फोन, वॉलेट और कैप मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीमें और SHO मौके पर पहुंच गए तथा नहर किनारे मिले इस संदिग्ध सामान को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई।
घटनास्थल पर मिले वॉलेट और दस्तावेजों की जांच के दौरान पुलिस को एक नोट भी बरामद हुआ, जिसे सुसाइड नोट बताया जा रहा है। जैकेट, मोबाइल, जूते और वॉलेट की तलाशी के साथ-साथ पुलिस टीमें मौके पर मौजूद परिजनों से भी लगातार जानकारी जुटाती नजर आईं, ताकि सामान के स्वामी और संभावित घटनाक्रम की पुष्टि हो सके।
पुलिस के अनुसार उन्हें सूचना मिली थी कि एक युवक नहर में कूद गया है, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर देखा गया तो जूते, स्वेटशर्ट/हुड्डी और मोबाइल नहर किनारे पड़े मिले। जांच के दौरान स्वेटशर्ट से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसके बाद गोताखोरों को बुलाकर नहर में तलाश शुरू करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक जानकारी में युवक की पहचान सैदपुरा गांव के रहने वाले 34 वर्षीय रविंद्र के रूप में हुई है। परिजनों से पता चला कि रविंद्र आज सुबह करीब 3 बजे घर से निकले थे और इसके बाद से घर नहीं लौटे, जिसके चलते परिजन विभिन्न नहर किनारों पर उन्हें तलाशते घूम रहे थे।
मौके पर पहुंचे रविंद्र के पिता की आंखों में आंसू और चेहरा चिंता से भरा हुआ नजर आया, जिन्होंने कांपती आवाज में बताया कि उनका बेटा इकलौता था और लगभग 34–35 वर्ष की उम्र में दो बच्चों का पिता है। उन्होंने कहा कि घर पर किसी तरह की खुली लड़ाई या गंभीर कलह नहीं थी, न ही बेटे ने उनसे किसी बड़ी परेशानी या तनाव के बारे में साफ-साफ कभी बातचीत की।
पिता के अनुसार रविंद्र सैदपुरा में हार्डवेयर की दुकान चलाते थे और सामान्य रूप से समय पर घर आ जाया करते थे। उन्होंने बताया कि रात को खाना-पीना भी सामान्य था, बस आज सुबह रविंद्र ने यह कहा कि उन्हें नींद नहीं आ रही, वे थोड़ी देर टहलने जा रहे हैं, जिसके बाद से वे घर नहीं लौटे।
परिजनों ने बताया कि सुबह से ही वे पश्चिमी यमुना नहर के अलग-अलग स्थानों पर जाकर देखते रहे, क्योंकि रविंद्र पहले भी कभी-कभार नहर किनारे टहलने चले जाया करते थे। इसी दौरान सूचना मिली कि नहर किनारे किसी युवक के कपड़े, जूते और मोबाइल मिले हैं, जिसके बाद परिवार वहां पहुंचा और सामान देखकर उनकी चिंता और बेचैनी कई गुना बढ़ गई।
वॉलेट की जांच के दौरान पुलिस को कुछ चेक, कार्ड्स और पहचान से जुड़े कागजात मिले, जिनके आधार पर परिजनों से मिलान किया जा रहा है। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि फिलहाल गोताखोरों की टीम का इंतजार किया जा रहा है और नहर की तेज धार के बावजूद पूरी कोशिश की जाएगी कि युवक का सुराग जल्द से जल्द मिल सके।
नहर का जलस्तर और बहाव काफी तेज होने के कारण स्थानीय लोग भी दहशत और चिंता के माहौल में नजर आए। पुलिस की टीमें लगातार घटनास्थल पर डटी हुई हैं और आसपास के क्षेत्र में भी तलाश जारी है, जबकि परिजन और ग्रामीण मौके पर इकट्ठे होकर बेचैनी में हर हरकत पर नजर रखे हुए हैं।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि आर्थिक लेनदेन जैसी सामान्य बात हर कारोबारी की तरह चलती रहती है, लेकिन उन्होंने कभी रविंद्र को इस तरह से टूटे हुए या घोर तनाव में नहीं देखा था कि वे ऐसा कदम उठा लें। पिता ने यह भी कहा कि वे अनपढ़ हैं, इसलिए जो नोट मिला है, उसे उन्होंने खुद नहीं पढ़ा, बल्कि पुलिस के पास ही रहने दिया है, ताकि कानूनन जांच हो सके।
फिलहाल पुलिस द्वारा इस पूरे मामले को जांच का विषय मानते हुए हर एंगल से पड़ताल की जा रही है, जबकि आधिकारिक तौर पर सुसाइड की पुष्टि गोताखोरों की तलाश और आगे की जांच के बाद ही की जाएगी। मौके से मिले सामान — ग्रे हुड्डी/जैकेट, ग्रे-ब्लू जूते, ब्लैक कैप, नीला मोबाइल फोन और वॉलेट — को जब्त कर आगे की कानूनी प्रक्रिया के तहत सुरक्षित रखा गया है।
लोगों से अपील ऐसे मामलों में अफवाहें न फैलाएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या जानकारी होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही लोगों से यह भी कहा गया कि इस खबर को जिम्मेदारी से आगे साझा करें, ताकि यदि कोई चश्मदीद या अतिरिक्त सूचना रखने वाला व्यक्ति हो तो वह आगे आकर पुलिस की मदद कर सके।