शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठियां बरसाना व गोलियां चलवाना अलोकतांत्रिक व दुर्भाग्यपूर्ण है ये विचार नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष व हरियाणा विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी वेद पाल ने रादौर व अन्य स्थानों पर किसानों पर बेरहमी से लाठियां बरसाने व पैलेट गन चलाने की कड़ी निन्दा करते हुए गांव गढ़ी में किसानों से बातचीत करते हुए प्रकट किए। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन व सरकार संयम से काम लेती और किसानों की मांगों पर सकारात्मक ठोस कदम समय पर उठाती तो इस घटना को टाला जा सकता था। किसान नेता चौधरी वेद पाल ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है और यदि उसको कोई समस्या या कठिनाई है तो सरकार का फर्ज बनता है कि उसकी सुनवाई करके उसका निदान करे और भाजपा की सरकार ने तो जो घोषणा अपने घोषणापत्र में की थी उसी की मांग को लेकर किसान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने न तो कोई क्षति पहुंचाई और न ही हिंसात्मक प्रदर्शन किया। उसके बावजूद बिना सोचे समझे किसानों पर लाठियां बरसाना व उनको दौड़ा-दौड़ा कर पीटना सरकार की किसान विरोधी नीति को दर्शाता है।
एनसीपी हरियाणा के सुप्रीमो चौधरी वेद पाल ने कहा कि किसानों, गरीबों व युवाओं की आवाज को लाठी, डंडे या दमनकारी तरीकों से दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जिस भी मुख्यमंत्री ने किसानों पर लाठियां बरसाई, हरियाणा का इतिहास है कि वो मुख्यमंत्री दोबारा सत्ता में नहीं आया। उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की घोषणा को लेकर सत्ता में आई सरकार अपने वायदे से मुकर रही है और किसानों को उनकी इच्छा के विपरीत जबरदस्ती फसल बीमा योजना थोप कर उनका शोषण कर रही है और किसानों के जख्मों पर नमक छिडक़ने का काम कर रही है। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री विजयपाल एडवोकेट, महीपाल राणा, प्रभारी राधेश्याम गुप्ता, प्रशान्त शर्मा, धर्मपाल, बनारसी दास आदि भी मौजूद रहे।