उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने सक्षम हरियाणा एजुकेशन प्रोगाम से जुड़े शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर ओर अधिक सुधार लाने के लिए शिक्षकों को कड़ी मेहनत करनी होगी। इसके लिए क्लास के शत प्रतिशत बच्चों को निर्धारित पाठ्यक्रम पूरा करवाने के साथ-साथ, अर्जित ज्ञान को लेकर उनकी एसेसमेंट भी करते रहें। उपायुक्त वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला में लागू सक्षम हरियाणा एजुकेशन कार्यक्रम की प्रगति को लेकर समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम के क्रियान्वन से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होना शुरू तो हो गया है, लेकिन इस दिशा में अभी ओर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि सक्षम हरियाणा एजुकेशन प्रोगाम में जो खण्ड़ शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक रिसोर्स पर्सन व सहायक ब्लॉक रिसोर्स पर्सन अच्छी परफोर्मेंस दिखाएंगे, जिला प्रशासन उन्हे सम्मानित करेगा।
उन्होने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए शुरू किया गए सक्षम हरियाणा एजुकेशन प्रोग्राम मुख्यमंत्री मनोहर लाल का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। गौर हो कि प्रथम चरण में यह कार्यक्रम हरियाणा के 10 जिलों के दो-दो खण्ड़ों में शुरू किया गया है, इनमें करनाल भी शामिल है। करनाल के निसंग व करनाल ब्लॉक में सक्षम हरियाणा एजुकेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत कक्षा तीसरी, पांचवी और सातवीं के बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा देकर सक्षम बनाने पर जोर दिया जा रहा है। उपायुक्त ने उपस्थित खण्ड़ शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक रिसोर्स पर्सन से इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सुझाव लिए और कहा कि स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों की मदद से ही अध्यापक ज्यादा मेहनत करें। क्लासों में बच्चों की हाजिरी शत प्रतिशत रखना सुनिश्चित रखें। समय-समय पर बी.ई.ओ. व बी.आर.पी. स्कूलों में जाकर बच्चों द्वारा ग्रहण किए गए ज्ञान का मूल्यांकन करते रहें। उन्होने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम देश के भावी भविष्य बच्चों के ज्ञानवर्धन को लेकर है। अत: अध्यापकों को इसमें अपना कर्तव्य समझकर इसे सफल बनाना देना चाहिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी सरोज बाला गुर व सी.एम.जी.जी.ए. कुमारी शैलीजा भी उपस्थित थी।