- दुष्यंत चौटाला की JJP पार्टी को लग रहे हैं MP चुनाव से पहले झटके पर झटके
- प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने दिया इस्तीफा , कई MLA भी है तैयार
- निशान सिंह ने मौखिक तौर पर दी पार्टी को जानकारी,पार्टी के कई विधायक भी चल रहे हैं नाराज
जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, नेता दल बदलते हुए नजर आ रहे है। लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता में साढ़े 4 साल रही पार्टी JJP के प्रदेश अध्यक्ष पार्टी को छोड़ रहे हैं। जी हां निशान सिंह पार्टी से अपना इस्तीफा देने जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
उनके साथ पार्टी के और नेता भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने पार्टी की मौखिक तौर पर अपना इस्तीफा दे दिया है और जल्द ही वो अध्यक्ष अजय चौटाला को लिखित में भी इस्तीफा सौंप देंगे। जब 2018 में जेजेपी का गठन हुआ था तो उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निशान सिंह को दे दी गई थी।
वो हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र से आते हैं और कई बार चुनाव भी लड़ चुके हैं। जेजेपी का दामन थामने से पहले वो इनेलो पार्टी के प्रवक्ता थे। सरकार से गठबंधन टूटने के बाद पार्टी में काफी मन मुटाव चल रहा था जिसके बाद अब कई अलग अलग नेता पार्टी को छोड़कर जा रहे हैं।
जेजेपी का गठबंधन टूटने के बाद पार्टी ने एलान किया था कि वो हरियाणा में 10 की 10 लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे और चुनाव लडेंगे लेकिन उससे पहले अब पार्टी के एक तगड़ा झटका लग गया है। वो जल्द ही लिखित में अपना इस्तीफा सौंपकर अपने साथियों से विचार करके किसी अन्य पार्टी को ज्वाइन करेंगे।
वहीं दल बदलने का सिलसिला यहीं नहीं थमा है, बल्कि पार्टी की महासचिव और नारनौल नगर परिषद की चेयरपर्सन ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा ई मेल के माध्यम से पार्टी के अध्यक्ष अजय चौटाला को सौंपा है।
निशान सिंह ने इनेलो पार्टी से 2000 में टोहाना से चुनाव जीता हुआ है। वो 2019 में भी JJP पार्टी की तरफ से विधानसभा चुनाव में टोहाना से प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन उसी दौरान कांग्रेस से पार्टी में शामिल हुए देवेंद्र सिंह बबली को टिकट दे दिया गया था जिसके बाद उनकी नाराजगी को दूर करने के लिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था जिससे अब वो इस्तीफा दे रहे हैं। इससे JJP पार्टी को आने वाले समय में काफी नुकसान चुनावों में उठाना पड़ सकता है !