करनाल। राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान में 71वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। संस्थान के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने ध्वजारोहण किया तथा परेड़ की सलामी ली। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने देशभक्ति से औतप्रौत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रतिभागियों ने जहां मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती…गाकर कृषि से विमुख हो रही जनता को आकृषित करने का काम किया, वहीं मां तुझे समाल गीत पर शानदार प्रस्तुति देेकर युवाओं में जोश भी भरा।
डा. आरआरबी सिंह ने सभी को आजादी की बधाई देते हुए कहा कि आज हमारे देश को आजाद हुए 70 साल हो चुके हैं। आजादी का दिन हमारे देश के लिए एकता, सम्मान और समर्पण का प्रतीक है। देश को आजाद करवाने में देश के महान सपूतों का अहम योगदान है, जिनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। डा. सिंह ने आगे कहा कि इन 70 वर्षो में देश आयतक से निर्यातक हो गया, खाद्यन की कोई कमी नहीं रही, लेकिन बढ़ती जनसंख्या, खाद्य सुरक्षा तथा कुपोषण जैसी कई चुनौतियां पैदा हो गई हैं। उन्होंने ने कहा कि आजादी के समय देश की जनसंख्या लगभग 40 करोड़ थी, जोकि इस समय 127 करोड़ तक पहुंच गई है और यही हालात रहे, तो वर्ष 2050 तक 174 करोड़ होने की संभावना है। जिसकी वजह से अनेक समस्याएं उभर कर सामने आएंगी। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार अगर विश्व में चार बच्चे कुपोषण का शिकार हैं तो उनमें से तीन भारतवासी हैं। इसलिए इन चुनौतियों से निपटने के लिए वैज्ञानिकों को इस क्षेत्र में ओर अधिक शोध करने की जरूरत हैं।
इस मौके पर शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टाफ के बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक अनुसंधान डा. आरके मलिक, डा. जेके कौशिक, डा. बिमलेश मान, डा. लगा सबीकी, डा. राजन शर्मा, डा. स्मिता सिरोही सहित अन्य वैज्ञानिक एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।