करनाल। 60 दिन तक चले कारगिल युद्ध को विजय दिवस के रूप में मानते हुए नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ़ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्ट्स ने एस.डी. आदर्श पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों के साथ मिलकर कारगिल के शहीदों की याद में मोमबत्तियां जलाकर उन्हें श्रद्धाजलि दी।
निफा द्वारा स्कूल प्रबंधन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में निफा की त्रिपुरा शाखा के अध्यक्ष देबाशीष मजूमदार ने कारगिल के शहीदों का जिक्र करते हुए कहा की आज के नौजवानो को आगे आकर देश की एकता व अखंडता के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को साथ लेकर करवटें बदल रहा है, आज सब जहां, करवटें बदल रहा है नौजवान गीत गया व सन्देश दिया की आज का नौजवान देश के हितों के लिए जागरूक हो रहा है।
निफा के गुजरात राज्य से प्रदेश अध्यक्ष पंकज झाला ने भी एक गीत गाकर सबमे जोश का संचार कर दिया, जिसके बोल थे, हिंदी मैं हम करोड़ों, करोड़, देश की रक्षा करने वाले-देश की आन पे मरने वाले। इस अवसर पर निफा के अध्यक्ष प्रितपाल सिंह पन्नू ने कहा कि 26 जुलाई 1999 को 60 दिन की ल बी लड़ाई के बाद हमारे देश के रणबांकुरों ने पाकिस्तान के घुसपैठियों को द्रास व् कारगिल की पहाडिय़ों से बुरी तरह खदेड़ दिया था और देश के दुश्मनों को एक सन्देश दिया था कि इस देश की एक इंच भूमि पर भी कब्ज़ा करने का उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा।
इस युद्ध में शहीद हुए 527 फौजी जवानो ने अपनी जान न्योछावर कर दुश्मन देश के कुटिल मंसूबों को पूरा होने से रोका। एस. डी. आदर्श पब्लिक स्कूल के प्रबंधक रूप नारायण चांदना व् सिटीजन ग्रिएवेन्सेस कमेटी के प्रधान सतिंदर मोहन कुमार ने कहा कि हमें अपने फौजी जवानो पर नाज है व् देश का बच्चा बच्चा उनके बलिदानो का ऋणी है।
निफा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना व् स्कूल के प्रिंसिपल पी डी शर्मा ने भी कारगिल के युद्ध कि विजय को भारतीय सेना के शौर्य गाथा का इतिहास बताया और इसे हर भारतीय के लिए फक्र का विषय बताया। सनातन धर्म मंदिर के प्रधान सुनील चावला ने भी बच्चो को स बोधित किया. इस अवसर पर निफा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमिंदर पाल सिंह, सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी, त्रिपुरा के संरक्षक गौतम दास, मंदिर सभा के महासचिव करम चंद खुराना, कार्यकारणी सदस्य गंभीर अरोड़ा व निफा सदस्य सुमित पाल सहित विद्यालय के अध्यापक उपस्थित रहे।