हरियाणा के एक मंत्री के जानकार की लाखों की कीमत की कत्था लकड़ी पकड़ी गई करनाल में ,अवैध तरीके से रादौर से दिल्ली हो रही थी तस्करी
सी एम सिटी करनाल में सेल्स टैक्स विभाग देर रात द्वारा चैकिंग के दौरान एक ओवरलोड ट्रक से करोड़ो रुपयों की कीमत की कत्था लकड़ी की बरामदगी हुई है जो अवैध तरीके से रादौर से दिल्ली भेजी जा रही थी ! वही मौके पर ट्रक चालक से न तो इसे ले जाने की कोई परमिशन व नाहीं कोई बिल बरामद हुआ वही ट्रक में माल भी ओवरलोड भरा हुआ था !
करनाल सेल्स टैक्स विभाग ने पकड़ी 1 करोड़ की कीमत की कत्था लकड़ी ! हरियाणा के एक मंत्री के जानकार की लाखों की कीमत की कत्था लकड़ी पकड़ी गई करनाल में ,अवैध तरीके से रादौर से दिल्ली हो रही थी तस्करी
सी एम सिटी करनाल में सेल्स टैक्स विभाग देर रात चैकिंग के दौरान एक ओवरलोड ट्रक से करोड़ो रुपयों की कीमत की कत्था लकड़ी की बरामदगी हुई है जो अवैध तरीके से रादौर से दिल्ली भेजी जा रही थी ! वही मौके पर ट्रक चालक से न तो इसे ले जाने की कोई परमिशन व नाहीं कोई बिल बरामद हुआ वही ट्रक में माल भी ओवरलोड भरा हुआ था !
ज्यादातर कत्था लकड़ी का इस्तेमाल पान ,गुटका ,खैनी आदि में होता है वही यह लकड़ी काफी महंगी भी होती है ,मार्किट में करीब 2000 से 3000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से इसका रेट है !
वही पकड़े गए इस ट्रक में जिसका नंबर HR65 A – 4682 है में ऊपर तक इसी लकड़ी के डिब्बे भरे हुए मिले है ,बिस्कुट की शेप में यह लकड़ी डिब्बों में पैक होती है ,वही सेल्स टैक्स विभाग करनाल के वरिष्ठ अधिकारी व ETO प्रवीण कुमार के मुताबिक इस लकड़ी की काफी कीमत है वही यह रादौर से दिल्ली की तरफ लेकर जाई जा रही थी !
वही करनाल ब्रेकिंग न्यूज को सेल्स टैक्स विभाग के ही कुछ सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार यह भी पता चला है कि यह जो कत्था लकड़ी से भरा जिसका यह ट्रक है और जो इसकी सप्लाई कर रहे थे वह हरियाणा के एक मंत्री के नजदीकी भी है जानकारी यह भी मिली है कि खुद मंत्री जी ने अधिकारियों को फोन भी शायद किया है !
वही जब इस मामले में मामले की जांच कर रहे ETO प्रवीण कुमार से बातचीत की तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी नहीं बताया ,वही मामला क्योंकि हाई प्रोफाइल है इसलिए इस मामले में सेल्स टैक्स विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर 3 ETO की एक कमेटी बनाई गई है जो इस मामले में जांच करेंगी !
वही हम आपको बता दे कि अगर यह ट्रक किसी आम व्यापारी का होता तो शायद मामला इतना बड़ा होने के चलते एक तो अवैध तस्करी का मामला भी अभी तक दर्ज हो जाता वही दूसरा लाखों रुपया फाइन भी पार्टी को भरना पड़ता !
बेरहाल अब देखते है कि बनाई गई कमेटी इस मामले में क्या कुछ जांच करती है यह वक्त ही बताएंगा !