2019 में हरियाणा में चुनाव है किन्तु अभी से राजनीति का पारा गर्म होने लगा है। पिछले कुछ समय से कई जिलों से शिकायतें मिल रही थी की उच्च अधिकारी कार्यकर्ताओं की सुनाई नहीं करते।
हरियाणा में डीसी और एसपी को अब अनिवार्य तौर पर महीने में कम से कम एक गांव में रात बितानी होगी। वे सुबह ही गांव में पहुंचेंगे और दिनभर लोगों के बीच रह कर उनकी समस्याएं सुनेंगे और मौके पर ही उनका समाधान किया जाएगा। यही नहीं, रात भी गांव में ही गुजारेंगे।
पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के हरियाणा के दौरे के बाद से सरकार काफी हरकत में नज़र आ रही है। कैलाश विजयवर्गीय ने कुछ दिन के दौरे में कई जिलों के कार्यकर्ताओं व चंडीगढ़ में मंत्रियों से मीटिंग कर फीडबैक ली।
एस पी और डी सी ने गांव में रात बिताई है के नहीं इसके लिए सबूत के तौर पर संबंधित गांव के लोगों के बीच की फोटो भी उन्हें मुख्य सचिव को भेजनी होगी। डीसी और एसपी के रात्रि प्रवास की मॉनिटरिंग का जिम्मा संबंधित मंडलायुक्तों और आईजी रेंज को सौंपा गया है। हालांकि पूर्व की हुड्डा सरकार के समय भी इस तरह की कोशिशें हुई थीं। कई आईएएस अधिकारियों ने गांवों में रात भी गुजारी लेकिन धीरे-धीरे अधिकारियों इस आदेश पर अमल कम हो गया। मनोहर सरकार अगर ऐसा फैसला लागू करती है तो कई कार्यकर्ताओ की नाराजगी दूर हो जाएगी।
अब देखना यह होगा की ऐसा आदेश कब लागू होगा और अधिकारियों द्वारा कितना अमल में लाया जाएगा।