- पीएम और सीएम के पोस्टर पर कालिख पोतने के मामले में रजत लाठर का बड़ा बयान।
- भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या और विपक्ष की आवाज दबाने के गंभीर आरोप।
- बिहार चुनाव, सिख समाज और धार्मिक आयोजनों पर भाजपा की दोहरी नीति पर सवाल।
- करनाल कांग्रेस में “गद्दार” और दबाव में काम करने वाले नेताओं पर रजत का खुला इशारा।
हरियाणा के करनाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पोस्टर पर कालिख पोतने के मामले में गिरफ्तार हुए युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष रजत लाठर ने जमानत के बाद खुलकर बयान देते हुए पार्टी के अंदरूनी मतभेद, भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रोश और लोकतंत्र पर गंभीर सवाल उठाए। रजत लाठर ने साफ कहा कि विरोध का यह कार्यक्रम वोट चोरी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ युवाओं के गुस्से का प्रतीक था और आवाज दबाने की किसी भी कोशिश के बावजूद वह पीछे हटने वाले नहीं हैं।
करनाल ब्रेकिंग न्यूज़ के दफ्तर में बातचीत के दौरान रजत लाठर ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पोस्टर पर कालिख पोतने की यह कार्रवाई हरियाणा के कुछ जिलों में एक साथ हुई, जिसके बाद सभी संबंधित युवा नेताओं को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पार्टी स्तर पर चल रहे वोट चोरी विरोधी आंदोलन का हिस्सा था और युवाओं में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है, क्योंकि लोकतंत्र की मूल भावना से खिलवाड़ किया जा रहा है।
रजत लाठर ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है और प्रधानमंत्री को “सबके पीएम” बताने वाले लोग नेता विपक्ष को जूते मारने जैसी भाषा इस्तेमाल करते हैं, जो दोहरे रवैये का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री सबके हैं तो नेता विपक्ष भी सबके हैं, लेकिन सत्ता पक्ष की भाषा और रवैया लोकतांत्रिक मर्यादाओं के बिल्कुल खिलाफ है।
उन्होंने बिहार चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि महिलाओं के खातों में चुनाव के दौरान योजनाओं के नाम पर पैसे ट्रांसफर कर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गईं और चुनाव आयोग चुप रहा, जो चुनावी सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े करता है। रजत लाठर ने कहा कि जब लोकतंत्र की हत्या होगी तो कांग्रेस के कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे और सड़क से लेकर हर मंच पर आवाज उठाते रहेंगे।
सिख समाज के संदर्भ में उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब देश के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे, तब भाजपा नेताओं ने उन्हें चूड़ियां भेजकर उनका अपमान किया और खालिस्तानी जैसे शब्दों से संबोधित किया, इससे साफ है कि वे सिख समाज का कितना सम्मान करते हैं। रजत ने कहा कि आज वही लोग गुरु तेग बहादुर जी के 350वें प्रकाश पर्व के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों के बहाने अपनी छवि चमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
करनाल ब्रेकिंग न्यूज़ ने सवाल उठाया कि कांग्रेस सिर्फ “वोट चोर, गद्दी छोड़” जैसे नारों तक सीमित हो गई है और करनाल के स्थानीय मुद्दों जैसे फ्लाईओवर की अव्यवस्था, बेरोजगारी, डंकी रूट से युवाओं का पलायन और बढ़ते अपराधों पर पर्याप्त सक्रियता नहीं दिखी। रजत लाठर ने जवाब में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर टूटे मार्गों और अन्य स्थानीय मुद्दों पर भी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन साथ ही लोकतंत्र और वोट चोरी का बड़ा सवाल भी अनदेखा नहीं किया जा सकता और सभी मुद्दों को समान महत्व देना जरूरी है।
रजत लाठर ने यह भी स्वीकार किया कि भविष्य में विरोध प्रदर्शन के तरीकों पर पार्टी स्तर पर गंभीर मंथन की जरूरत है और वह इस पूरे मुद्दे को पार्टी मीटिंग में विस्तार से रखेंगे। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि जब सरकार खुद आदर्शों और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान नहीं करती, तो वही पुरानी सीमाओं वाली शालीन राजनीति से हमेशा परिणाम नहीं मिलते, इसलिए कड़े प्रतिरोध की स्थिति बनती है।
गिरफ्तारी और कोर्ट पेशी के दौरान कांग्रेस नेताओं की गैरमौजूदगी पर उठे सवालों को लेकर रजत लाठर ने कहा कि करनाल के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र सिंह राठौर उनके साथ खड़े रहे और कई अन्य नेताओं ने फोन पर समर्थन जताया, लेकिन पेशी अचानक होने और फोन बंद होने की स्थिति में सभी को समय से सूचना नहीं मिल सकी। उन्होंने गांवों से कार्यकर्ताओं के फोन आने और ट्रैक्टर–ट्रॉलियों में भरकर करनाल पहुंचने की तैयारी की बात भी साझा की, जिसे उन्होंने जनता के भरोसे का संकेत बताया।
इसके बावजूद रजत लाठर ने साफ तौर पर कहा कि करनाल कांग्रेस में ऐसे कई लोग हैं जो दबाव में या दूसरी तरफ के हित में काम कर रहे हैं और पार्टी के भीतर ही गद्दारी जैसी स्थिति बना रहे हैं। उन्होंने “त्रिलोचन” नाम का उल्लेख करते हुए संकेत दिया कि कुछ लोग पार्टी में रहकर विरोधी खेमे की तरह बर्ताव कर रहे हैं, एसपी को शिकायत देकर एफआईआर कराई और गिरफ्तारी के बाद भी साथ नहीं खड़े हुए, जिनके बारे में वह आलाकमान को चिट्ठी लिखकर विस्तार से जानकारी देंगे।
रजत ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के सोशल मीडिया पेजों पर उनके विरोध प्रदर्शन की वीडियो शेयर की गई, एडिट कर उसे सराहनीय कदम की तरह दिखाया गया, जिससे साफ होता है कि टॉप लेवल कांग्रेस और यूथ कांग्रेस इस मुद्दे पर उनके साथ हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस लोकतंत्र की हत्या करने वाली ताकतों के खिलाफ मजबूती से खड़ी है और हर स्तर पर उनकी खिलाफत करती रहेगी।
इंटरव्यू के अंत में रजत लाठर ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार यह सोचती है कि गिरफ्तारी, दबाव और डराकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवाज दबा देगी तो यह भूल है, क्योंकि उन्होंने अपना जीवन देश और लोकतंत्र के नाम समर्पित किया है। उन्होंने दोहराया कि वे किसी भी तरह के दमन के सामने झुकने वाले नहीं हैं और आने वाले समय में करनाल कांग्रेस के भीतर की कई और परतें भी उजागर हो सकती हैं।