- करनाल अंबेडकर चौक पर कांग्रेस का संविधान बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम।
- बाबा साहेब को पुष्पांजलि, संविधान को देश की आत्मा बताया गया।
- बीजेपी–आरएसएस पर संविधान और लोकतंत्र कमजोर करने के आरोप।
- राहुल गांधी को संविधान की आवाज उठाने वाला प्रमुख नेता बताया गया।
हरियाणा के करनाल स्थित बाबा भीमराव अंबेडकर चौक पर संविधान दिवस के अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी एकत्रित हुए, जहां उन्होंने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और संविधान बचाओ, देश बचाओ के नारे लगाए। कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं ने बाबा भीमराव अंबेडकर अमर रहें, राहुल गांधी जिंदाबाद और कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद जैसे नारे लगाकर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प दोहराया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 1949 में संविधान बनकर तैयार होने के लगभग 77 वर्ष बाद आज संविधान गंभीर खतरे में है क्योंकि देश में फासिस्ट सोच वाली ताकतें सत्ता में आ चुकी हैं जो संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं। नेताओं ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी ने यह प्रण लिया है कि जैसे देश से अंग्रेजों को भगाया गया था, वैसे ही संविधान पर हमला करने वाली ताकतों को भी सत्ता से हटाया जाएगा और किसी भी स्थिति में संविधान को समाप्त नहीं होने दिया जाएगा।
एक वक्ता ने संविधान को केवल किताबों के पन्नों तक सीमित दस्तावेज न मानते हुए इसे भारत की आत्मा बताया और कहा कि इस आत्मा को बचाने का काम कांग्रेस पार्टी हमेशा करती रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता बाबा साहेब अंबेडकर के समक्ष इकट्ठा होकर संविधान की रक्षा का संकल्प ले रहे हैं, जबकि सत्ता पक्ष के लोग संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाया कि इनके सत्ता में आने के बाद से ही संविधान खतरे में है और यह सरकार संविधान का सत्यानाश करने पर तुली हुई है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे संविधान बचाने की इस लड़ाई में कांग्रेस का साथ दें और उन ताकतों को परास्त करें जो देश के संविधान को तोड़ने-मरोड़ने में लगी हैं, ताकि देश में कानून व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।
नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी लगातार लोकतंत्र और संविधान की आवाज उठाने का काम कर रहे हैं और संविधान बचाओ, देश बचाओ का संदेश बार-बार जनता के बीच रख रहे हैं। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने संविधान को कमजोर करने और संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्ता खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जबकि कांग्रेस और उसके नेता सड़क से सदन तक इस खिलाफत में डटे हुए हैं।
एक वक्ता ने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों का पहला दायित्व जनता की सेवा, समस्याओं का समाधान और जनहित में निर्णय लेना होता है, लेकिन आज स्थिति यह है कि जनता महंगाई, बेरोजगारी और अलग-अलग आधारों पर पैदा किए जा रहे तनाव से त्रस्त है। उन्होंने आरोप लगाया कि कभी जाति के नाम पर, तो कभी धर्म के नाम पर समाज में विभाजन की कोशिश हो रही है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा सबको साथ लेकर चलने की राजनीति की है और आगे भी एकजुट रहकर काम करती रहेगी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब को नमन करते हुए कहा कि संविधान बचेगा तभी देश बचेगा और इसी सोच के साथ पूरे देश में संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे डॉ. भीमराव अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलें, उनके विचारों को अपनाएं और एकजुट होकर जनता की सेवा तथा सम्मान की रक्षा करें। कार्यक्रम के अंत में कार्यकर्ताओं ने संविधान और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए निरंतर संघर्ष का संकल्प दोहराया।