कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो बड़े कार्यक्रमों – ज्योतिसर में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी समागम और ब्रह्मसरोवर की महाआरती – के समापन के बाद ज्योतिसर मार्ग पर कई किलोमीटर लंबा भयंकर जाम लग गया। बताया गया कि पीएम मोदी बाय रोड ज्योतिसर से ब्रह्मसरोवर होते हुए अंबाला के लिए रवाना हुए, जिस दौरान लगभग आधे घंटे के लिए जीटी रोड और आसपास की सड़कों पर ट्रैफिक रोका गया। कार्यक्रम खत्म होने और वीवीआईपी मूवमेंट के बाद ज्योतिसर–कुरुक्षेत्र रोड पर हालात बिगड़ गए और सिंगल रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
ज्योतिसर रोड, जो कुरुक्षेत्र शहर से करीब 5–7 किमी आगे पेहोवा रोड पर पड़ता है, वहां से लाइव तस्वीरों में देखा गया कि हरियाणा रोडवेज की बसें, निजी बसें, सरकारी वाहन, पुलिस की गाड़ियां और आम नागरिकों की कारें व बाइकें सब जाम में फंसी हुई थीं। पूरे हरियाणा से संगत से भरी बसें समागम और महाआरती में शामिल होने के लिए आई थीं, जिसके चलते वापसी के समय मार्ग पर भारी दबाव बन गया। साथ ही, आज शादियों का दिन होने के कारण भी कई परिवार अपने वाहनों के साथ सफर पर थे, जो इस जाम में फंस गए।
पीएम मोदी अयोध्या कार्यक्रम के बाद कुरुक्षेत्र पहुंचे, ज्योतिसर में शहीदी समागम में शामिल हुए, फिर ब्रह्मसरोवर की महाआरती के बाद बाय रोड अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के लिए रवाना हुए। लगभग सवा 5–6 बजे के बीच काफिले की मूवमेंट के कारण कुछ समय के लिए ट्रैफिक रोका गया। इसके बाद बड़ी संख्या में बसें और गाड़ियां एक साथ निकलने लगीं, लेकिन संकरी सिंगल रोड पर ड्राइवरों ने अनुशासन तोड़ते हुए एक की बजाय तीन–चार लेन बना लीं, जिससे आने–जाने का रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो गया।
सड़क जहां सामान्य रूप से एक लेन आने और एक लेन जाने के लिए है, वहां लोग जल्दी निकलने की होड़ में लगातार तीसरी और चौथी लेन तक बना बैठे। कई वाहन गलत तरीके से बराबर में आकर खड़े हो गए, जिससे सामने से आने वाली बड़ी-बड़ी बसों और गाड़ियों के लिए रास्ता ही नहीं बचा। नतीजतन, दोनों तरफ से ट्रैफिक “फ्रंट टू फ्रंट” पैक हो गया और कई किलोमीटर तक वाहनों की कतार खिंच गई।
जाम में न सिर्फ आम लोग, बल्कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी, सरकारी अधिकारी और मीडिया कर्मी भी फंसे रहे। पिछले तीन–चार दिन से हरियाणा के अलग-अलग जिलों से ड्यूटी पर आए हजारों पुलिस कर्मचारी अपने-अपने जिलों को लौट रहे थे, उनकी सरकारी व निजी गाड़ियां भी जाम में फंसी रहीं। भिवानी, रोहतक, झज्जर, जींद सहित कई जिलों की पुलिस टीमें और अन्य विभागों के अधिकारी भी इस जाम से गुजरने को मजबूर हुए। एक एंबुलेंस और कई पुलिस की बसें भी जाम में फंसी दिखाई दीं।
कुछ पुलिस अधिकारी दो लेन (एक आने, एक जाने) बनाने की लगातार अपील कर रहे थे और तीसरी–चौथी लेन को हटाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। कई वाहन चालकों और पुलिसकर्मियों ने भी माना कि गलत तरीके से तीसरी–चौथी लेन बनाकर खुद लोगों ने ही जाम को और भयंकर बना दिया। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि लाल बत्ती वाली और कुछ आधिकारिक गाड़ियां भी नियम तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही थीं, जिससे आम ड्राइवर भी वैसा ही करने लगे।
जाम में फंसे लोगों ने बताया कि वे एक से डेढ़ घंटे से भी अधिक समय से फंसे हैं और अगर लेन अनुशासन नहीं सुधरा तो जाम 3 घंटे से पहले नहीं खुलेगा। एंकर ने कई बार लाइव में लोगों और विशेष तौर पर पुलिस कर्मचारियों से हाथ जोड़कर अपील की कि वे खुद भी नियमों का पालन करें, दो लेन आने–जाने के लिए छोड़ें, तभी जाम से निजात मिल सकेगी। धीरे-धीरे कुछ पुलिसकर्मी तीसरी लेन हटाने और दो लेन व्यवस्थित करने की कोशिश करते दिखे, लेकिन भीड़ और अव्यवस्था के बीच प्रक्रिया धीमी रही।
प्रशासन और सरकार की ओर से कार्यक्रमों के लिए सुरक्षा और इंतजाम अच्छे रहे, लेकिन कार्यक्रम के बाद लौटती भीड़, संकरी सड़क और लेन अनुशासन की कमी के कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि हर कोई “मुझे पहले निकलना है” सोचकर चार-चार लाइन बनाता रहेगा तो जाम घंटे भर नहीं बल्कि कई–कई घंटों तक खुल नहीं पाएगा। उन्होंने अनुरोध किया कि लोग धैर्य और अनुशासन दिखाएं, तभी पुलिस की कोशिशें सफल होंगी और रास्ता साफ हो सकेगा।