- कुरुक्षेत्र ज्योतिसर में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी समागम पर भारी भीड़ जुटी।
- मंच से “धन धन श्री गुरु तेग बहादुर, हिंद दी चादर” के जयकारे लगातार गूंज रहे हैं।
- हरियाणा के धमतान साहिब नरवाना सहित कई गुरुद्वारों की संगत श्रद्धा के साथ पहुंची।
- महिला श्रद्धालुओं ने गुरु महाराज के दर्शन और PM मोदी के आगमन को लेकर उत्साह जताया।
- हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी से आई संगत के कारण कार्यक्रम स्थल पर प्रदेशीय माहौल बना।
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी समागम के अवसर पर बड़ी संख्या में संगत जुट रही है। मंच से “धन धन श्री गुरु तेग बहादुर, हिंद दी चादर” के जयकारों के बीच श्रद्धालु उत्साह और श्रद्धा के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंच रहे हैं। बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में ज्योतिसर पहुंचकर इस समागम में शामिल होंगे, जिसके चलते माहौल और अधिक उत्साहपूर्ण हो गया है।
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या भी विशेष रूप से दिखाई दे रही है। हरियाणा के नरवाना स्थित गुरुद्वारा धमतान साहिब से आई संगत ने कहा कि वे गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में यहां पहुंचे हैं। एक श्रद्धालु ने कहा कि यदि गुरु तेग बहादुर जी ने अपना शीश बलिदान न दिया होता तो आज न जाने हम कौन-सा धर्म मानते, उन्होंने अपना शीश देकर हिंदू धर्म और मानवता की रक्षा की।
महिला श्रद्धालुओं ने बताया कि वे गुरु महाराज के दर्शन करने के लिए यहां आई हैं और उनके गांव में गुरु तेग बहादुर जी की विशेष मान्यता है। आसपास के सभी गांव इस दिवस को बड़े आदर से मनाते हैं और इसी भावना से वे कुरुक्षेत्र पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन के साथ यह समागम और भी ऐतिहासिक बन जाएगा और वे उनके दर्शन भी करेंगी।
धमतान साहिब, नरवाना से आए एक अन्य समूह ने कहा कि वे गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी समागम में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं और यह दिन उनके लिए अत्यंत पवित्र और गर्व का विषय है। कार्यक्रम स्थल पर हरियाणा के कोने-कोने से, साथ ही पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी बड़ी संख्या में संगत पहुंच रही है। लगातार बढ़ती भीड़ और गूंजते जयकारे इस समागम की भव्यता को दर्शा रहे हैं।
कुल मिलाकर, ज्योतिसर में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी समागम को लेकर श्रद्धा, उत्साह और आध्यात्मिक माहौल चरम पर है और प्रधानमंत्री के आगमन से इस आयोजन को और ऐतिहासिक रंग मिलने जा रहा है।