उपायुक्त ने बताया कि इसके पश्चात मुख्यमंत्री निसिंग खंड के गांव गोंदर में आयोजित होने वाली जन सभा को सम्बोधित करेगें तथा यहीं से ही मुख्यमंत्री शिलापट्ट से परदा हटाकर, निगदू में बने करीब 3 करोड 50 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित उप तहसील भवन का लोकार्पण करेगे और इसी जगह से निगदू में ही बनने वाले गीता विद्या मंदिर का शिलान्यास भी करेगें। इस जनसभा का आयोजन नीलोखेडी के विधायक भगवानदास कबीरपंथी तथा गोंदर ग्राम पंचायत की ओर से किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि प्रस्तावित दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री इन्द्री के विधायक एवं प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कर्णदेव काम्बोज द्वारा अनाज मंडी इन्द्री में आयोजित एक जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे। जनसभा स्थल से ही मुख्यमंत्री सिंचाई विभाग द्वारा करीब 55 करोड 46 लाख रुपये की 4 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इनमें इन्द्री स्थित पश्चिम यमुना नहर पर 13 करोड 27 लाख रुपये की लागत से पुल बनकर तैयार होगा। इसी प्रकार 6 करोड 17 लाख रुपये की लागत से सांतडी में भी नया पुल बनाया जाएगा, जबकि डब्ल्यु.जे.सी पर ही उचाना के पास क्रेास रेगुलेटर व पुल का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इस पर करीब 17 करोड 22 लाख रुपये की राशि खर्च होगी। इसके अतिरिक्त करनाल इन्द्री लाडवा रोड पर डब्ल्यु.जे.सी हैड रेगुलेटर व पुल का पुर्ननिर्माण भी किया जाएगा। इस पर करीब 18 करोड 16 लाख रुपये की राशि खर्च होगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रस्तावित दौरे के अनुसार सोमवार को 26 फरवरी को करनाल जिला में करीब 66 करोड 96 लाख रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास व उदघाटन करेंग। इसी दिन निसिंग खंड के गांव गौंदर और नई अनाज मंडी इन्द्री में जन सभाओं को भी सम्बोधित करेगे। उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया ने कहा कि प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री सभी कार्यक्रमों की तैयारियों पूरी कर ली गई है।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित दौरे के अनुसार मुख्यमंत्री सबसे पहले केंद्रीय भू लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल (सीएसएसआरआई) में पहुंचेगें। मुख्यमंत्री यहां इण्डियन काउंसिल ऑफ फूड एण्ड एग्रीकल्चर संस्था द्वारा उन्नत किसानों के लिए आयोजित सेमिनार को सम्बोधित करेगे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री स्थानीय रेलवे स्टेशन के नजदीक फुट ओवर ब्रिज का शिलान्यास करेगें। एफओबी का निर्माण नगर निगम की ओर से करवाया जाएगा और इस पर करीब 9 करोड रुपये की लागत आएगी। इसके निर्माण से लाईन पार एरिया के राम नगर जैसे क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होगी और उन्हें शहर में आने के लिए रेलवे क्रासिंग को पार करने का जोखिम नही उठाना पडेगा, वे पुल से ही आ जा सकेगें।