आर्गेनाईजेशन फाॅर सोशल एण्ड कलचरल अवेयनैस (ओस्का) एवं इद्रीश फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे इंटर्नशिप कार्यक्रम के अंतर्गत जनसंचार के क्षेत्र में दक्षता और व्यावसायिक कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जी.एम.एन. काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. रोहित दत्त ने कहा कि आज के डिजिटल युग में मास कम्युनिकेशन केवल खबरों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बन चुका है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को तकनीकी और नैतिक दोनों स्तरों पर सक्षम बनाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मीडिया जनचेतना का एक सशक्त माध्यम बन चुका है। युवाओं को मीडिया की तकनीकी दक्षता के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व को भी समझना आवश्यक है।
कार्यक्रम में संसाधन व्यक्ति के रूप में जी.एम. एन. काॅलेज के जनसंचार एवं वीडियो प्राॅडक्शन के सहायक प्रवक्ता राजिन्दर मीरवाल ने पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया, पीआर और कंटेंट क्रिएशन जैसे विषयों पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की बदलती भूमिका पर आधारित सत्र रहा।
उन्होंने प्रतिभागियों को मीडिया के बदलते परिदृश्य और सोशल मीडिया की भूमिका पर गहन जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीवी, रेडियो और डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म्स ने जनसंचार के स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया है। न्यूज प्रजेंटेशन से लेकर लाइव रिपोर्टिंग और स्टूडियो डिस्कशन तक, हर पहलू में तकनीक की भूमिका बढ़ी है।”
उन्होंने यह भी बताया कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आज सिर्फ खबर दिखाने का माध्यम नहीं, बल्कि विचार और लोकतांत्रिक भागीदारी को बढ़ावा देने का जरिया बन चुका है। इसके साथ ही मीडिया में फेक न्यूज, टीआरपी की दौड़ और नैतिक पत्रकारिता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
ओस्का के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल और इद्रीश फाउंडेशन की प्रोजैक्ट काॅर्डिनेटर करिश्मा ने संयुक्त रूप से बताया कि इस इंटर्नशिप का उद्देश्य युवाओं को मीडिया इंडस्ट्री की वास्तविक जरूरतों से परिचित कराना और उनमें नेतृत्व क्षमता, रचनात्मक सोच व सामाजिक दृष्टिकोण को विकसित करना है।