असंध।
आशा वर्कर यूनियन असंध ब्लाक की मीटिंग नौ जुलाई की हड़ताल की तैयारी को लेकर निशा की अध्यक्षता में पीएचसी असंध कार्यालय में हुई। बैठक का संचालन दयावंती ने किया। ब्लाक प्रधान निशा, सीटू जिला प्रधान सतपाल सैनी, स्वदेश व जितेन्दर कौर ने कहा कि हरियाणा केंद्र और राज्य सरकार आशा वर्कर्स के काम को बहुत ही महत्वपूर्ण मानती है।
केंद्र और राज्य सरकार आशा वर्कर के कार्यों की प्रोत्साहन राशि नहीं बढ़ाती है । केंद्र सरकार द्वारा पिछले 12 वर्ष से आशा की प्रोत्साहन राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। आशाओं के काम केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बढ़ा रही है। आशा वर्कर से फील्ड में स्वास्थ्य से संबंधित सारे कार्यों को करते हुए उनका रखरखाव रखने का दबाव बनाया जाता है। अब तो सरकार ने हद ही कर दी है। आशा वर्करों को बिना कोई प्रोत्साहन राशि दिए डिजिटल कार्य भी करवा रही है।
सरकार के रवैय से नाराज आशा वर्करों ने पूरे देश में हड़ताल करने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार से आशा वर्करों की मांग है कि एनएचएम को स्थाई प्रोग्राम बनाकर आशा वर्कर को पक्का कर्मचारी बनाया जाए। जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक 45 वें 46 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिश को लागू करते हुए आशाओं को न्यूनतम वेतन 26000 दिया जाए। पूरे देश में एक समान कार्य परिस्थितियाँ सुनिश्चित कि जाए। छह माह का सवेतन मातृत्व अवकाश, 20 दिन का आकस्मिक अवकाश और चिकित्सा अवकाश सुनिश्चित किया जाए।
पेंशन तक कोई सेवानिवृत्ति नहीं की जाए। आशा कार्यकर्ताओं की वरिष्ठता के आधार पर अन्य पदों पर पदोन्नति सुनिश्चित कि जाए। इस अवसर पर स्वदेश, निशा, दयावंती, रीना, नीलम, पिंकी, रेखा, जितेंदर कौर, ममता देवी, सोनी, सतपाल सैनी, ज्योती, पुष्पा, कृष्णा व पूनम मौजूद रहीं।