एनसीपी व समान विचारधारा वाले 17 दलों के गठबंधन से भाजपा के भविष्य को खतरा पैदा हो गया है और किसान विरोधी व जनविरोधी चुनावी बजट के कारण जनता में भी घोर निराशा पैदा हो गई है। यह विचार नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष व हरियाणा विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी वेद पाल ने दिल्ली से लौटने के बाद गांव गढ़ी में ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि सारे देश में भाजपा के प्रति विरोध व असंतोष पैदा हो गया है जिसका नतीजा राजस्थान व पश्चिमी बंगाल में हुए उपचुनावों के परिणामों से भी स्पष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल जुमलों व सपनों की घोषणाओं में विश्वास रखती है। असल में धरातल पर और व्यवहारिक रूप में एक भी घोषणा या कार्य को अमलीजामा नहीं पहना सकी जिसकी वजह से आम आदमी, युवाओं, महिलाओं व हर वर्ग में निराशा का माहौल है। उन्होंने बजट में मैडिकल व बीमा देने वाली घोषणाओं को बड़े औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने वाला बताया।
एनसीपी के हरियाणा सुप्रीमो चौधरी वेद पाल ने कहा कि बजट से पहले हरियाणा के लोगों को भी बड़ी उम्मीद थी लेकिन हरियाणा को ना तो कोई नई रेल मिली और न ही कोई ऐसी सौगात मिली जिससे हरियाणवासियों की पीड़ा पर कोई मरहम लग पाती। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के ऊपर टैक्स कम करने की आखिरी उम्मीद भी इस बजट में टूट गई। जबकि गुजरात व हिमाचल के चुनावी नतीजों के बाद प्रतिदिन डीजल, पैट्रोल के रेट में भारी इजाफा हुआ जो कि आज तक की रिकार्ड कीमत है जिससे हर आम आदमी व मध्यम वर्ग के परिवार का घरेलू बजट भी डगमगा गया है और बढ़ती महंगाई ने हर आदमी की कमर तोड़ दी है। उन्होंने बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी चिंता जताई और केंद्र व प्रदेश सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की जिससे बढ़ते अपराधों पर अंकुश लग सके।
चौधरी वेद पाल ने कहा कि 17 दलों के गठबंधन का नेतृत्व शरद पवार व सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में प्रतिदिन गति पकड़ रहा है और लोगों में एक नई आस व उम्मीद जग गई है। यह गठबंधन समान विचारधारा वाले सभी दलों का एक सांझा संयुक्त कार्यक्रम के तहत भाजपा के कुशासन से जनता को मुक्ति दिलाने के लिए सक्षम विकल्प बनेगा और त्रस्त जनता की उम्मीदों को पूरा करेगा। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री विजय पाल एडवोकेट, कार्यालय प्रभारी राधेश्याम गुप्ता, नरेश कुमार, अभिनन्दन पाल ढांडा, सावन कुमार, जगमीत संधु, सुखविन्द्र सिंह, हरभजन सिंह, धर्मपाल व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।