करनाल /दीपाली धीमान : हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में आज 6 पुलिस उप अधीक्षकों, 17 उप निरीक्षकों तथा 681 महिला सिपाहियों के लिए दीक्षांत परेड समारोह आयोजित किया गया। इस दीक्षांत समारोह में 704 पुलिसकर्मी कर्तव्यनिष्ठा की शपथ लेने के बाद हरियाणा पुलिस के बेडे में शामिल हो गये हैं।
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस मौके पर उन्होने परेड टुकङियों का निरीक्षण कर सलामी ली । समारोह में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने विशेष तौर पर शिरकत की। इस अवसर पर अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और इस बैच को दिए गए प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी।
समारोह में अपने विचार रखते हुए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते ने कहा कि हमें सदैव एक टीम के रूप में मिलकर अपने राष्ट्र में शांति सुरक्षा, स्थायित्व और सौहार्द के लिए कार्य करना चाहिए। मुख्य अतिथि सदानंद वसंत दाते ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें व्यक्तिगत सफलता और यश को परिवार, समाज, राज्य और राष्ट्र की सफलता तथा यश में निहित मानकर आगे बढ़ना होगा।
इसी भावना से कार्य करते हुए हम देश की स्वतंत्रता की 100वीं सालगिरह पर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनते देख सकेंगे। उन्होंने पुलिसकर्मियों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुलिस विभाग में सिपाही से इंस्पेक्टर पद पुलिस बल की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है जिसका मजबूत होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि समर्पण, जिम्मेदारी, सत्यनिष्ठा और सतर्कता के साथ कार्य करने वाला ही अपने कार्य में सुधार ला सकता है और मजबूत बन सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु के जीवन में प्रशिक्षक की भूमिका बड़ी अहम होती है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों द्वारा प्रतिदिन प्रशिक्षुओं के साथ अत्यंत सख्त अनुशासन का पालन किया जाता है। उन्हें सेवाकाल व व्यक्तिगत जीवन में अनुशासन का महत्व और उपयोगिता भी समझाई जाती हैं जिससे अनुशासन वर्दीधारी के व्यक्तित्व और व्यवहार का अभिन्न हिस्सा बन जाता है।
उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जिस मेहनत और लग्न से इन जवानों ने प्रशिक्षण हासिल किया है, उसी जज्बे से वे अपना कर्तव्य भी निभाएंगे। उन्होंने प्रशिक्षण में श्रेष्ठ रहे पुलिस उप-अधीक्षक तनुज शर्मा, ऋषभ सोढी व पीएसआई राकेश, निकेश, संदीप तथा महिला सिपाही प्रीती, रजीता, रितु को सम्मानित किया। उन्होंने परेड में शामिल अधिकारियों, पुलिसकर्मियों व परिजनों को भी बधाई दी।
उन्होंने अच्छे प्रशिक्षण के लिए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर व अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव सहित अकादमी के अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रशंसा की। इस अवसर पर अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने मुख्य अतिथि व सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज की दीक्षांत परेड में 06 पुलिस उप-अधीक्षक, 17 उप-निरीक्षक तथा 681 महिला सिपाही सहित 704 प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं। इनमें 306 स्नातकोत्तर, 22 व्यावसायिक स्नातकोत्तर, 319 स्नातक, 20 व्यावसायिक स्नातक तथा 37 बारहवीं पास हैं।
पुलिस उप-अधीक्षक व उप-निरीक्षकों का प्रशिक्षण एक वर्ष का तथा रैक्रूट महिला सिपाही का प्रशिक्षण 9 माह का होता है यह प्रशिक्षण हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन हुआ। उन्होंने कहा कि इन प्रशिक्षणार्थियों को समयानुकूल आधुनिक प्रशिक्षण दिया गया है। इन्हें तीन नए कानून, भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का भी, विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। हरियाणा पुलिस अकादमी की पुलिस महानिरीक्षक डॉ राजश्री सिंह ने मुख्य अतिथि, सभी अतिथियों व इस आयोजन से जुड़े पक्षों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर गुप्तचर विभाग हरियाणा के प्रमुख एडीजीपी आलोक मित्तल, अम्बाला मण्डल के आइजीपी शिबास कविराज, पुलिस मुख्यालय में कानून एवं व्यवस्था के आइजीपी राकेश आर्य, सोनीपत कमिशनरी के पुलिस आयुक्त सतेन्द्र कुमार गुप्ता, करनाल मण्डल के आइजीपी कलविन्द्र सिंह, विभिन्न ईकाइयों से आए वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति, प्रशिक्षणार्थियों के परिजन, अकादमी स्टाफ व प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।