कांग्रेस के प्रदेश सचिव पंकज पुनिया ने कहा है कि सरकार ने किसानों के साथ क्रूर मजाक किया है। शुगर मिल किसानों को प्रति एकड़ 100 क्विंटल गन्ना खरीदने का बोंड दे रही है। जबकि गन्ने की पैदावार प्रति एकड़ 300 से 400 क्विंटल है। बचा हुआ गन्ना आखिरकार किसान कहां बेचे। यदि सरकार ने अपना तुगलकी फरमान वापिस न लिया तो किसानों के साथ मिलकर कांग्रेस 20 जनवरी को गन्ना मिल के शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री का घेराव कर उन्हे काले झंड़े दिखाएगी। पुनिया पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही किसानों के साथ कुठाराघात करें। लेकिन कांग्रेस हमेशा उनके साथ है। उन्होंने बताया कि आज सरकार के फैसले से किसान अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे है। किसान अपना गन्ना बेचने के लिए यूपी और उतराखंड तक जा रहे है। जब से हरियाणा बना है, तब से लेकर आज तक ऐसा कानून लागू नहीं हुआ। जो भी सरकार रही उनके समय में शुगर मिल ने किसानों से पूरा गन्ना खरीदा है। लेकिन खट्टर राज के दौरान प्रदेश में शुगर मिल किसानों से प्रति एकड़ 100 क्विंटल गन्ने के हिसाब से बोंड दे रही है। जबकि उनके पास 300 क्विंटल गन्ना प्रति एकड़ बच रहा है। उसे वह आखिरकार कहां बेचे। किसानों के पास गन्ना जलाने या आत्महत्या करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। यह सरकार किसान विरोधी सरकार है। उन्होंने कहा कि आज डीजल, खाद और कीटनाश्को के आसमान पर भाव पहुंच गए है। किसान को उसकी पैदावार का उचित दाम नहीं मिल रहा है। फसल के दाम पहले से ही कम है और अब सरकार रोज नए काले कानून लागू कर रही है। पहले जगमग योजना के नाम पर किसानों पर भारी भरकम बोझ डाल दिया। अब शुगर मिलो के फैसले आखिरकार सरकार चाहती क्या है। किसानों के कंधे से कंधा मिलाकर कांग्रेस भाजपा के खिलाफ आन्दोलन करेगी और मुख्यमंत्री को करनाल आने पर 20 को शुगर मिल परिसर में काले झंडे दिखाएगी। इस अवसर पर भगवंत सिंह भाम्बा, चांद राम चौहान, जसबीर ढाकला, राज सिंह, महिन्द्र चौधरी, विक्रम कुमार और सोनू मौजूद थे।