देश की नींव मजबूत करने के लिए बचपन को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है और शिक्षकों व अभिभावकों सहित समाज के हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि हम बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करें। यह बात उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया ने बुधवार को स्थानीय रेलवे रोड स्थित गुरू नानक खालसा कॉलेज में जिला प्रशासन व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बाल यौन शोषण, बाल श्रम तथा बच्चों से सम्बन्धित अन्य अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित महफूज बचपन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि स्कूली बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहीं। उपायुक्त ने कहा कि बाल यौन शोषण एक जघन्य अपराध है। कई बार बच्चा अपने साथ हुए किसी प्रकार के शोषण के बारे में किसी को नही बता पाता और इसका दुष्प्रभाव उसके दिमाग पर हमेशा बना रहता है। ऐसे में अभिभावकों और शिक्षकों को किसी भी प्रकार के तनाव में रह रहे बच्चे से खुलकर बात करनी चाहिए ताकि वह अपने साथ हुए शोषण को बता सके। उन्होंने बच्चों से हाथ उठवाते हुए पूछा कि चाइल्ड हैल्प लाइन के बारे में जानते हो? यह किस काम आती है? इस पर बच्चों ने उपायुक्त चाइल्ड हैल्प लाइन के बारे में सही जवाब दिया। उपायुक्त ने बच्चों को अपील करते हुए कहा कि यदि आप किसी भी प्रकार की मुश्किल में है या आपका कोई दोस्त मुसीबत में है तो तुरन्त चाइल्ड हैल्प लाइन नम्बर 1098 डायल करे। जिला प्रशासन हर बच्चे की मदद के लिए हमेशा तैयार है।
उपायुक्त ने बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में बताते हुए पोक्सो एक्ट के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी और कहा कि अपने साथ हुई किसी भी घटना को ना छुपाए, तुरन्त अपने शिक्षक या अभिभावक को बताएं। यदि वे आपकी मदद नही करते तो इसकी सूचना 1098 पर दें। उन्होंने इस मौके पर मौजूद शिक्षकों से भी आह्वान किया कि वे स्कूल में किसी बच्चे के साथ हुए यौन शोषण को बेझिझक प्रशासन के साथ सांझा करे, ऐसा करने पर माननीय कोर्ट के निर्देशानुसार शिक्षण संस्थान से सम्बन्धित जानकारी मीडिया में सांझी नही की जाएगी। इस मौके पर कार्यक्रम के तहत पोस्टर मेकिंग, कहानी, कविता व स्लोग्र लेखन की प्रतियोगिताए करवाई गई। जिसमें विभिन्न स्कूलों के कुल 107 बच्चों ने भाग लिया। इस मौके पर इंटर्न एडीए समीक्षा गुप्ता, जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना कादयान, सीमा बिंदल तथा जिना चौहान सहित विभिन्न स्कूलों का स्टाफ तथा स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।