शहर के सैक्टर-6 व 7 में बरसाती पानी की निकासी से संबंधित एक महत्वपूर्ण परियोजना की प्रगति देखने के लिए उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने वीरवार को हुडा व निगम अधिकारियों को साथ लेकर एन.एच.-44 पर ग्रीन बेल्ट के साथ सटे कार्य स्थल का दौरा किया। दौरे मेें निगम के चीफ इंजीनियर अनिल मेहता के अतिरिक्त हुडा के कार्यकारी अभियंता धर्मवीर सिंह भी थे।
विशेष बात यह है कि बीते 30 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में लगाए गए मैटल पट्ट से पर्दा हटाकर इस कार्य की शुरूआत की थी और उपायुक्त द्वारा इस कार्य में विशेष रूचि लिए जाने से इस पर टैंक/सम्पवेल बनाने का काम भी शुरू हो गया है, जो आगामी 15 फरवरी तक पूरा होगा। गौरतलब यह भी है कि शहर में बरसाती पानी से होने वाले जलभराव के स्थायी हल के लिए उपायुक्त ने बीते मानसून में ऐसी सभी जगहों का दौरा करने के बाद इस समस्या के स्थाई हल के लिए प्रपोजल बनाई थी, जिन पर अब काम शुरू हो गए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि, की बरसाती पानी की निकासी की इस योजना पर 1 करोड़ 83 लाख रूपये के खर्च का अनुमान तैयार किया गया था। अब वर्क अलॉट होने के बाद टैंक के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। इसकी क्षमता 1 लाख 34 हजार गैलन वाटर की होगी तथा यह राशि नगर निगम खर्च करेगा। एकत्रित पानी को पम्प करके रेजिंग मेन्स लाईन के जरिए मुगल कैनाल तक निकासी की जाएगी। डी.आई. पाईप से रेजिंग मेन्स लाईन की लम्बाई 450 मीटर होगी। पम्प हाऊस के लिए 100, 60 व 20 अलग-अलग अश्वशक्ति की मोटरें लगाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त 250 के.वी.ए. का जेनरेटर सैट भी लगेगा।
उपायुक्त ने निर्माण ठेकेदार से कहा कि वे कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखें और निर्धारित समयावधि तक ही इसे पूरा कर दिखाएं। उन्होने निगम के चीफ इंजीनियर अनिल मेहता, हुडा के कार्यकारी अभियंता और निगम के सहायक इंजीनियर व जे.ई. को भी निर्देश दिए कि वे समय-समय पर कार्य की प्रगति चैक करने के लिए यहां का दौरा करते रहें।