ओवरलोडिंग वाहनों के चालान करने के लिए 18 विभागों के 330 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्थानीय पंचायत भवन में प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें सहायक जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी परमिन्द्र सिंह ने उपस्थित सदस्यों को विस्तार से ई-चालान की प्रक्रिया के बारे में बताया। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त एवं निशांत कुमार यादव ने सभी को आदेश दिए कि इस ड्यूटी में लापरवाही कतई बर्दास्त नहीं होगी, उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी टीम वाईज अपने अधीक्षक, उप-अधीक्षक एवं सहायक से समन्वय स्थापित कर अपनी ड्यूटी का निर्वाह करे।
उन्होंने बताया कि इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए करनाल में 6 पुलिस पोस्ट बनाई गई है, जिन पर 11 सदस्यों की चैंकिग टीम के साथ-साथ एक पुलिस पी0सी0आर भी 24 घंटे तैनात रहेगी। एडीसी ने बताया कि चालानिंग टीम मौके पर गाड़ी का चालान करके उसे जुर्माना भरने के लिए आरटीए कार्यालय में भेजेगी तथा चालान भरने की रसीद दिखाकर ही वाहन को छोडा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ चैंकिग टीम ओवरलोडिड वाहन को मौके पर अंडर लोड यानि की खाली करवाकर स्वीकृत लोड के हिसाब से ही भरवाकर भेजे और यदि गाडी में फट्टे लगे हो तो उनको बिल्कुल हटवा दे।
आर टी ए निशांत कुमार यादव ने बताया कि वाहनों की चैंकिग के लिए चालानिंग टीम आज से मंगलौरा चैक पोस्ट पर तैनात होगी। 11 सदस्यीय चालानिंग टीम 8-8 घंटो की शिफ्टों में 24 घंटे तैनात रहेगी। उन्होंने बताया कि ओवरलोडिड वाहनों की ई-चालानिंग टैब के माध्यम से की जाएगी, जिसमें वाहन के रजिट्रेशन नम्बर से लेकर ड्राइवर का लाइसेंस नम्बर, पता, मोबाईल नं तथा वाहन कहां से आया तथा कहा जा रहा था इत्यादि सभी तरह की जानकारी भरी जाएगी।