करनाल (भव्य नागपाल): भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने करनाल के गांव रम्बा में शहीद परगट सिंह के घर पहुँच कर परिवार को सांत्वना दी। शहीद के परिवार ने बराला के समक्ष शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की। वहीं गांव के लोगो ने शहीद के नाम पर स्टेडियम बनवाने की मांग भी रखी। बराला ने कहा की जो भी शहीद परिवार वालो की मांग है वह मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जायेगा। शहीद के परिवार वालो की हर सम्भव सहायता की जायगी। बराला ने शहीद परगट सिंह के परिवार को सांत्वना दी और परिवार को आश्वासन दिलाया कि हरियाणा सरकार मुसीबत की इस घडी में परिवार के साथ खडी है। उन्होंने कहा कि शहीद परगट सिंह पर पूरे देश को नाज है, जिन्होंने मातृ भूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। ऐसे शहीदों की बदौलत ही आज भारत सुरक्षित है और विश्व में भारत का नाम गौरव से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग दिया जाएगा और जो भी इसके अतिरिक्त परिवार के लोग की जरूरत होगी उसको हर सम्भव पूरा करवाने का प्रयास किया जाएगा।
साथ ही करनाल ब्रेकिंग न्यू़ज़ से खास बातचीत में शहीद की माँ ने परगट सिंह के फौज में जाने से पहले की बातें भी बताई जब वह कुल्फी बेच कर अपने भाईयों के साथ परीवार का पालन-पोशन करते थे। शहीद की माँ ने कहा कि “जैसे-कैसे पैसे इकट्ठे कर भारतीय सेना की सिख रैजीमैॆंट में भर्ती हुए और बैंगलोर में अपनी सेवाएं देने के बाद कश्मीर में पोस्ट हुए थे। तकरीबन दो-तीन महीने बाद उनका ट्रान्सफर चंडीगढ़ में होना था लेकिन भगवान को कुछ और ही मंज़ूर था।” शहीद की माँ ने यह भी कहा कि दोनों देशों के वीर सैनिक किसी के बच्चे ही हैं लेकिन उग्रवाद को सरकार द्वारा खत्म किया जाना चाहिए। हम आपको बता दें कि शहीद का इकलोता बेटा ही है जो महज़ पाँच साल का है।