किसानों की लंबित मांगो को लेकर भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में नववर्ष से जोरशोर से शुरू किए जाने वाले किसान आंदोलन को लेकर प्रदेशभर के किसानों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। आंदोलन की पहली शुरूआत में हिसार के नारनौंद कसबे की अनाजमंडी में किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रदेश सरकार को नोटिस दिया जाएगा। महापंचायत को सफल बनाने के लिए विकास खंड घरोंडा भाकियू इकाई के खंड अध्यक्ष विनोद राणा की अध्यक्षता में स्थानीय कार्यालय में किसान पंचायत आयोजित की गई।
खंड स्तरीय किसान पंचायत में नारनौंद किसान महापंचायत में क्षेत्र से अधिक से अधिक किसानों की प्रबल भागेदारी करने के लिए रणनीति बनाते हुए कार्यकर्ताओं को जिम्मेंदारी सौंपी गई। भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष स. सुरेंद्र सिंह घुम्मन ने संबोधित करते हुए कहा कि घरोंडा क्षेत्र से नारनौंद किसान महापंचायत में सैंकडों किसान भाग लेगें। जिसके लिए वाहनों का इंतजाम कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार तीन वर्षों से किसानों की अनदेखी कर रही है। जिसके चलते प्रदेश में आर्थिक तंगी की वजह से किसानों द्वारा आत्महत्याएं की जाने लगी है। किसान नेता घुम्मन ने कहा कि मुख्यत: जब तक किसान मजदूर की कर्ज मुक्ति नही की जाती, 60 साल के बाद 5 लाख रूपए की पैंशन, 5 लाख रूपए का मैडिकलेम व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागूनही किया जाता तब तक किसान चुप नही बैठने वाले है। इस अवसर पर जिला सलाहकार धनेतर सिंह राणा, जिला उपाध्यक्ष स. कुलविंद्र सिंह सरां, कोषाध्यक्ष वासुदेव सचदेवा, किसान नेता डा. सत्यवीर तौमर, युवा किसान नेता सुरेंद्र सिंह बैनीवाल, पूर्व सरपंच नकली राणा, कवलजीत सिंह पानू, रामनिवास ध्याणा, बलवान सिंह जूण, विरेंद्र सिंह काजल सहित कई किसान मौजूद थे।