हरियाणा महिला कांग्रेस की सीनियर वाईस प्रैजीडेंट व प्रवक्ता कमल मान की अध्यक्षता में करनाल की महिला कांग्रेस ने भारी संख्या में एकत्रित होकर अपनी प्रिय नेता स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि पर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए और एसडीएम करनाल को अपने साथ आई हुई भारी संख्या में कार्यकर्ताओं समेत मैमोरेण्डम दिया व मांग की कि महिलाओं के लिए एनडीए सरकार विधानसभा और लोकसभा में 33 प्रतिशत का आरक्षण का बिल पास करे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को नौकरियों में भी 33 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाये।
इस अवसर पर कमल मान ने करनाल के उपायुक्त को ज्ञापन देकर उनके माध्यम से महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की विधानसभा व लोकसभा में सरकार से मांग की। उनके साथ करनाल की प्रभारी अमरदीप कौर, करनाल की अध्यक्ष संतोष तेजान, संतोष कुरालिया, सुषमा नागपाल, निशा देवी व उनके साथ आई हुईं भारी संख्या में महिला कार्यकर्ता थीं।
महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू करने से पहले अपनी प्रिय नेता स्व. इन्दिरा गांधी जी के जिन्दाबाद और अमर रहे के नारे लगाये और बड़े जलूस की शक्ल लेते हुए एसडीएम कार्यालय सचिवालय सेक्टर-12 पहुँची और महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने का मैमोरैण्डम करनाल को दिया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि युपीए सरकार ने गठबंधन की सरकार होने के बावजूद भी राज्य सभा में महिलाओं के 33 प्रतिशत के आरक्षण का बिल बड़े संघर्ष के बाद पास करवाया था लेकिन 3 साल से भी ज्यादा मोदी सरकार के बीत चुके हैं और वह इस मुद्दे को लेकर सोई हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी, गरीब, दलित, किसान, व्यापारी और खासतौर पर महिलाओं की सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। स्व. इन्दिरा गांधी जी ने और स्व. राजीव गांधी जी ने महिलाओं की प्रगति के लिए सबसे पहले कदम उठाये थे। अभी कुछ ही समय पहले सोनिया गांधी जी ने भी सोए हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को पत्र लिखकर यह अहसास करवाया कि महिलाओं की संख्या इस देश में पुरूषों के बराबर है और लोकसभा में भाजपा की पूर्ण बहुमत है तो इस बिल को जल्दी से जल्दी पास करवाया जाए। कमल मान ने कहा यदि एनडीए सरकार ने महिलाओं को आरक्षण नहीं देगी तो महिला कांग्रेस भारी मात्रा में अपनी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सुष्मिता देव और हरियाणा प्रदेश की अध्यक्षा सुमित्रा चौहान के नेतृत्व में भारी संख्या में आन्दोलन के रूप में सडक़ों पर उतर आयेंगे।
पूरे देश में करीब 35 लाख महिलाओं ने महिला कांग्रेस के माध्यम से हस्ताक्षर करके महामहिम राष्ट्रपति जी को आरक्षण की मांग को लेकर गुहार लगाई है ।