रानी पदमावती के जीवन पर बनाई गई फिल्म को लेकर विरोध के स्वर तेज होते जा रहे हैं। कई दिन पहले हिंदू समाज के अनुयाइयों ने बैठक कर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके बाद प्रदर्शन करके जिला सचिवालय में एडीसी को ज्ञापन सौंपा गया। शनिवार को युवाओं ने मॉल में लगे इस फिल्म के पोस्टर को फाड़ दिया और फिर पोस्टर को फूंक दिया। युवाओं का कहना है कि यह फिल्म किसी भी सूरत में रिलीज नहीं होने दी जाएगी। फिल्म में रानी पदमावती का अपमान किया गया है। युवाओं का नेतृत्व कर रहे गुरदीप राणा ने कहा कि इस फिल्म में रानी पदमावती के जीवन को जिस तरह से दर्शाया गया है वह सरासर गलत है। रानी पदमावती ने हिंदू धर्म को निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया था। उनके साथ 16 हजार हिंदू स्त्रियों ने आग में कूद कर अपने जीवन का बलिदान दिया था। इसे जौहर के नाम से पुकारा जाता था। उन्होंने कहा कि फिल्म में इसके विपरीत दृश्य फिल्माए गए है, जिससे हिंदू समाज के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि वह इस फिल्म को किसी भी सूरत में रिलीज नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि इस फिल्म को एक दिसंबर को रिलीज किया जाना है। इस अवसर पर मोहित संधु, नरेश पतनपुरी, महाराण प्रताप स्मृति भवन के उपाध्यक्ष विक्रम राणा, राजेश, मंदीप, अक्षय राणा, मोहित व जग्गा आदि मौजूद रहे।