फिल्म इंडस्ट्री के ही मैन और पूर्व सांसद धर्मेंद्र पहुंचे करनाल , मीडिया से हुए रूबरू , कहा , हमे सैनिकों का अहसानमंद होना चाहिए , उनकी वजह से हम आजादी से घूम रहे , पुलवामा हमला कायराना हरकत। अगर मै फिल्मो में नहीं होता तो एक सैनिक होता।
पुलवामा हमले को आज एक वर्ष पूरा हो रहा है , इस मौके पर फिल्म इंडस्ट्री के ही मैन और पूर्व सांसद धर्मेंद्र करनाल पहुंचे , खुद के नाम से करनाल में खुले एक रेस्टोरेंट के उद्घाटन के दौरान उन्होंने अपने फ़िल्मी जीवन और सामजिक मुद्दों पर मीडिया से हुए विस्तार से बात की। उन्होंने कहा की हमे अपने देश के सैनिकों का अहसानमंद होना चाहिए।
उनकी वजह से आज हम आजादी की हवा में साँस ले रहे हैं। पुलवामा हमले के सवाल पर धर्मेंद्र ने कहा की जब भी कोई सैनिक शहीद होता है तो मेरा मन सबसे ज्यादा दुखी होता है। इन्हे सम्मान देना हमारा फर्ज है। ये लोग बॉर्डर पर बैठकर हमे सुरक्षित वातावरण देते हैं , वास्तविक जीवन के असली हीरो यही हैं। अगर मै फिल्मो में नहीं होता तो आर्मी में होता और भारत माँ के लिए मेडल जीत कर लता।
करनाल में जो मेने रेस्टोरेंट खोला है इसमें सैनिकों को विशेष रियायत दी जाएगी। उन्होंने कहा की मेने बचपन में एक सपना देखा था जिसे पूरा करने मै मुंबई गया , भगवान् और किस्मत ने मेरा साथ दिया जिस कारण मेरा सपना पूरा हुआ। मै एक किसान परिवार से हूँ और खेती करना मेरा शौक रहा है , मुंबई में भी मैंने इस शौक को नहीं छोड़ा।
इस अवसर पर अपने समय के सुपर स्टार रहे धर्मेंद्र ने अपनी मशहूर फिल्मों के डायलॉग व् शेर सुनाकर आये हुए दशकों का खूब मनोरंजन भी किया।