धन-धन श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी की माता, माता गुजर कौर जी एवं चार साहिबजादों की याद में गुरुद्वारा नानकसर दरबार एकता कालोनी से चल रहे समागम का आज समापन हो गया। सिख कौम के महान रागी-ढाडी एवं प्रचारकों ने कीर्तन द्वारा गुरु की महिमा का गुणगान किया और चार साहिबजादों एवं माता जी की शहादत को याद किया। इस मौके पर गुरु का सुंदर दरबार भी सजाया गया, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने शीश नवाया और गुरु का आर्शीवाद प्राप्त किया।
इस मौके पर गुरुद्वारा नानकसर दरबार एकता कालोनी रागी-ढाडी जत्थे संत बाबा जोगा सिंह, संत बाबा अमरीक सिंह, संत बाबा रामसिंह सिंघडे वाले, संत बाबा धन्ना सिंह, हजूरी रागी भाई ओंकार सिंह दरबार साहिब अमृतसर, हजूरी रागी भाई नरिंदर सिंह दरबार साहिब अमृतसर, भाई सरबजीत सिंह पटना साहिब वाले, संत बाबा अरजन सिंह आलमपुर पटियाला वाले, संत बाबा जसवंत सिंह जरीफा कुटिया वाले, संत बाबा हरदीप सिंह, भाई मेहताब सिंह जालंधर वाले, ज्ञानी जसविंद्र सिंह दरदी कपूरथला वाले, ढाडी जत्था बीबी दलेर कौर खालसा पंडोरी खास वाले ने अपनी मधुर बाणी से माता गुजर कौर एवं चार साहिबजादों की शहादत प्रकाश डाला।
गुरुद्वारा के सेवादार संत बाबा गुरमीत सिंह ने रागी-ढाडी प्रचारकों व सेवादारों को सिरोंपे भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर सरदार पुरन सिंह, बलविंद्र सिंह, तरनजीत सिंह, दलविंद्र सिंह, जोगा सिंह, अंग्रेज सिंह, शरणजीत सिंह, जसवंत सिंह, परमजीत सिंह, परविंद्र सिंह थानेदार, डा. एसके पुरी आदि उपस्थित रहे। आज के समापन में गुरु का अटूट लंगर चलाया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़े चाव से प्रसाद चखा।