दयाल सिंह कॉलेज करनाल की एनएसएस यूनिट द्वारा सात दिवसीय कैम्प के अन्तर्गत तीसरे दिन के कैम्प में स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न गतिविधियाँ की गई। प्रात:क़ालीन सत्र की शुरुआत प्रार्थना और योग व मेडिटेशन के साथ शुरू हुई। स्वयंसेवकों ने गाँव डबरी में घुमकर गाँव के लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें नशे के कुप्रभावों के बारे में बताया कि किस प्रकार नशा हमारे समाज व युवाओं को खोखला करता जा रहा है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ महावीर प्रसाद ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए नशा और उसके दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा कि हमारे देश की जनसंख्या का एक बहुत बड़ा भाग नशे की गिरफ़्त में है।जो नशा करते हैं वो तो बर्बाद हो ही रहे है साथ ही उनका परिवार भी बर्बादी के कगार पर पहुँच गया है।हमारा समाज नशाखोरी के कारण संस्कारहीनता का शिकार होता जा रहा है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ जय कुमार ने ने कैम्प के दौरान की जाने वाली गतिविधियों का ज़िक्र करते हुए बताया कि एनएसएस से जुड़कर समाज सेवा करने का इससे बेहतरीन विकल्प कोई नहीं है।डॉ डिम्पल ने स्वयंसेवकों में जोश भरते हुए कहा कि जागरूक युवा ही देश को सही रास्ते पर लेकर जा सकते है।युवा किसी भी देश की बहुमूल्य सम्पति होती है।
इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर भारद्वाज ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए समाज सेवा के लिए प्रेरित करते हुए बताया कि युवा शब्द अक्सर आनंद, उत्साह और जनून के साथ जुड़ा हुआ है।युवा नई चीज़ जानने के लिए उत्सुक रहते हैं और दुनिया में नई खोजों का पता लगाने के लिए उत्सुक रहते है।मज़बूत युवा बनाने का सबसे पहला कदम उन्हें शिक्षित करना होता है।एनएसएस के माध्यम से हम विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर समाज सेवा की तरफ़ अग्रसर होते है।उन्होंने बताया कि हमें डिजिटल क्रान्ति का उपयोग अपने और समाज के फ़ायदे के लिए करना चाहिए। युवा अपने आप को और समाज को जागृत करते हुए सबसे पहले एक बेहतरीन इंसान बनने के लिए प्रेरित किया।
सांयकालीन सत्र में डॉ श्वेता धीमान ने यूथ रेड क्रॉस की तरफ़ से स्वयंसेवकों ने फ़र्स्ट एड एवं होम नर्सिंग की ट्रेनिंग दी गई। इसी कड़ी में ओमबीर जी एस पी ट्रैफ़िक पुलिस करनाल व आर टी ए इंस्पेक्टर जोगेन्द्र ढुल जी ने ट्रैफ़िक पार्क में स्वयंसेवकों को ट्रैफ़िक नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि हमारी लापरवाही के कारण अधिकतर सड़क हादसे होते है इसलिए हमें सड़क पर चलते समय सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र से एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ दिनेश राणा जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि एनएसएस समाज सेवा का सर्वोत्तम माध्यम है। इसके ज़रिए हम समाज से जुड़कर उनकी भावनाओं को समझकर लोक कल्याण में अपनी भूमिका निभा सकते है।यह ज़रूरी नहीं कि धन द्वारा ही हम समाज की सहायता या भला कर सकते हैं हम श्रमदान द्वारा भी लोगों का भला कर सकते है।लोगों की सहायता करके भी हम समाज सेवा कर सकते है।कार्यक्रम के अंत में मुख्यातिथि डॉ दिनेश राणा जी को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।