पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवी लाल को प्रदेश की राजनीति का महानायक माना जाता है। उनके आदर्शों को लोकदल ही नहीं, दूसरी पार्टियों के नेता भी अनुसरण करते रहे हैं। लेकिन अब उन्हीं की तीसरी और चौथी पीढ़ी एक-दूसरे के खिलाफ खड़ी होकर जुबानी प्रहार में जुटी है।
इनेलो के नेता चाचा अभय चौटाला और जजपा नेता भतीजा दुष्यंत चौटाला कुरुक्षेत्र में थे। दोनों ने लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के लिए अपनी-अपनी पार्टी के पदाधिकारियों वे कार्यकर्ताओं से मंथन किया। इस दौरान भाजपा-कांग्रेस को तो दोनों ने कोसा ही, लेकिन ज्यादा फोकस एक-दूसरे पर रखा।
ऐलनाबाद के विधायक अभय चौटाला का कहना था कि चप्पल वाला सबसे बड़ा लुटेरा है तो दुष्यंत चौटाला ने अभय चौटाला को भाजपा के सामने गिड़गिड़ाने वाला नेता बता डाला । दोनों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदाताओं के बीच जाकर ताऊ देवीलाल की नीतियों के बारे में प्रचार कर वोट मांगने को कहा। अभय ने दुष्यंत चौटाला पर प्रहार करते हुए कहा कि देवी लाल ने कमेरे वर्ग की लड़ाई लड़ी, लुटेरे वर्ग की नहीं।
जजपा नेता दुष्यंत चौटाला बोले, जो (अभय चौटाला) हमारी जमानत जब्त होने की बात कहते थे, आज वही भाजपा के दरवाजे पर गिड़गिड़ा रहे है। किसकी जमानत जब्त हुई, सब जानते हैं। हमारे चुनाव निशान चप्पल पर उन्होंने कटाक्ष किया था कि गांव-गांव में हम पर चप्पल पड़ेंगी, वे खुद अपनी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी गंवाकर ऐसा बोल रहे हैं।
दुष्यंत चौटाला के गिड़गिड़ाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अभय चौटाला ने कहा, कुछ बच्चों की जुबान ज्यादा बड़ी हो जाती है। मैं इस तरह की टिप्पणी करने वाले लोगों पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता। जिसकी जैसी सोच है, वह वैसी ही बात करेगा।
दोनों ही पार्टी के नेताओं ने गठबंधन की अटकलों को गलत बताया। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह सिर्फ सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाह है। बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। हमने भी कभी इसकी कोशिश नहीं की। किसी का हमारे पास मैसेज आया तो हमने साफ कह दिया कि नहीं। हम दस की दस सीट अपने बूते पर लड़ेंगे। गठबंधन पर जजपा नेता डॉ. केसी बांगड़ ने कहा कि अभी किसी भी पार्टी से गठबंधन की बात नहीं है। कोई आएगा तो विचार करेंगे। दुष्यंत चौटाला का कहना है कि गठबंधन के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर रखी है।