संजीव कुमार पुत्र कर्ण सिंह काम्बोज वासी घीड़ ने थाना कुन्जपुरा में आकर षिकायत दी कि बिती रात उसकी पत्नी मंजू रानी बिना बताए कहीं चली गई है जो मैने सभी रिष्तेदारीयों में व जानकारीयों में भी पता किया, लेकिन कहीं से उसके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली। थाना कुन्जपुरा पुलिस टीम द्वारा उसकी षिकायत पर मुकदमा नं0- 28/30.01.19 धारा 346 भा.द.स. के तहत दर्ज किया गया।
परिजनों के आग्रह पर पुलिस अधीक्षक करनाल सुरेन्द्र सिंह भौरिया द्वारा मामले की जांच की जिम्मेवारी डिटेक्टिव स्टाफ इन्चार्ज निरीक्षक विरेन्द्र राणा को सौंप दी। जिसपर कार्यवाही करते हुए निरीक्षक विरेन्द्र राणा व उनकी टीम ने सभी परिजनों व रिष्तेदारों से बातचीत की और उनके शक की सुई बार-बार मंजू देवी के पति संजीव पर ही आकर अटक जाती थी।
जिसके बिनाह पर उनके द्वारा संजीव से पूछताछ की गई, लेकिन उसके द्वारा सभी सवालों के जवाब घुमा फिराकर या अटपटे ढ़ंग से दिए गए और जब वह किसी सवाल का जवाब नही दे पाता तो रोने की एक्टिंग करने लगता था। जिससे उस पर पुलिस का शक ओर अधिक गहरा गया।
जब पुलिस का शक पुरी तरह से यकीन में बदल गया तो संजीव को कल दिनांक 23.03.19 को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। जिसपर उसने अपना गुनाह कबुल कर लिया और पुलिस टीम ने उसे गिरफतार कर आज दिनांक 24.03.19 को माननीय अदालत के सामने पेषकर 08 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया।
दौराने पूछताछ आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी मंजु के विषाल पुत्र रामपाल वासी कलसौरा थाना इन्द्री करनाल से नाजायज संबंध थे, जिनके चलते मेरा उससे झगड़ा भी हो गया था और वह अपने माईके चली गई थी। जो करीब दो से ढ़ाई महीने पहले ही मै पंचायत करके उसे घर वापिस लाया था, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नही आई और बार-बार विषाल से मिलने जाती रही।
मेरी समाज व बिरादरी में नाक कट गई थी, जिसके कारण दिनांक 21.01.19 को मैने उसे मार दिया और उसके शव को पल्ली में बांधकर मोटर साईकिल पर रखकर पूल से नदी में फेंक दिया था। अब आरोपी से आगामी पूछताछ पर शव बरामद किया जाएगा और वारदात में प्रयोग मोटर साईकिल बरामद की जाएगी।