दयाल सिंह काॅलेज, करनाल में रेडक्रास सोसायटी, रेड़ रिबन और रक्तदान क्लब ने काॅलेज प्रांगण में पौधारोपण व रक्तदान षिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर जिला उपायुक्त आदित्य दहिया ने काॅलेज प्रांगण में पहुंचकर पौधारोपण किया व रक्तदान षिविर का उद्घाटन किया।
उन्होंने रक्तदान कर रहे रक्तदाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रक्तदान जीवनदान है और हमें इस बात का अहसास तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिन्दगी और मौत के बीच जूझता है। उन्होंने एन.सी.सी. व एन.एस.एस. के स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हम सभी को मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देषभर में रक्तदान हेतु रेड़क्रास जैसी कई संस्थाएँ लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है। इस मौके पर मंच संचालन सुभाश सैनी ने किया।
काॅलेज प्राचार्य के.एल.गोसाईं ने भी एन.सी.सी., एन.एस.एस. व अन्य रक्तदाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें किसी भी लाईसेन्स युक्त ब्लड़ बैंक में ही रक्तदान करना चाहिए। यह सुविधा सभी जिला चिकित्सालयों में भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति हर तीन माह में रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से हमें सबसे बड़ा लाभ इससे कैंसर का खतरा टल जाता है।
उन्होंने कहा कि हमें रक्तदान कर मानवता के हित में काम करना चाहिए। रेड़क्रास सोसायटी, रेड़ रिबन और ब्लड़ डोनर क्लब के संयोजक सुषील गोयल ने बताया कि हमारा काॅलेज हर वर्श रक्तदान षिविर का आयोजन सैंट जाॅन रेड़क्रास सोसायटी, करनाल के सहयोग से करता है। उन्होंने बताया कि लगभग 100 रक्तदाताओं ने रक्त दान किया।
हर वर्श हमारे काॅलेज के एन.एस.एस., एन.सी.सी. व अन्य छात्र-छात्राएँ रक्तदान षिविर में उत्साहपूर्वक भाग लेते है।
इस अवसर पर एम.सी.धीमान जिला प्रषिक्षण अधिकारी सैंट जाॅन रैड़क्रास सोसायटी करनाल ने रक्तदाताओं को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया।
जिला उपायुक्त आदित्य दहिया, प्राचार्य के.एल.गोसाईं, दयाल सिंह काॅलेज ट्रस्ट सोसायटी के जनरल मैनेजर बी.आर.गुलाटी, सुषील कुमार व एम.सी. धीमान ने रक्तदाताओं को बैज लगाकर व प्रमाण पत्र देकर मौके पर ही सम्मानित किया।
इस अवसर पर सुनील कुमार, सचिव जिला रेडक्रास सोसायटी, एन.सी.सी. अधिकारी पवन षर्मा, जयकुमार, एन.एस.एस. अधिकारी महावीर प्रसाद, सुभाश सैनी, देवेन्द्र, राजपाल, आर.सी. सैनी, चंद्रकांता, ज्योत्सना ग्रेवाल, चंद्रषेखर, कुषलपाल, रणधीर सिंह, राजेन्द्र कौषिक, रितु षर्मा, प्रवीन ढांडा व काॅलेज के अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे।