राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान में 72वां स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 61 होनहार विद्यार्थियों को डीन मेरिट अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इसमें बीटेक के 13, मास्टर के 35 तथा पीएचडी के 13 विद्यार्थी शामिल रहे। इससे पहले संस्थान के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने ध्वजारोहण किया तथा परेड की सलामी ली। विद्यार्थियों ने देशभक्ति से औतप्रौत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से सभी के अंदर जोश भर दिया।
डा. आरआरबी सिंह ने कहा कि आजादी का दिन हमारे देश के लिए एकता, सम्मान और समर्पण का प्रतीक है। देश को आजाद करवाने में देश के महान सपूतों का अहम योगदान है, जिनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। डा. सिंह ने आगे कहा कि देश की सकल घरेलु उत्पाद को बढ़ाने में कृषि के क्षेत्र में 26 प्रतिशत योगदान पशुधन का रहा है। ऐसे में किसानों की आय दोगुणी करने में पशुधन अहम भूमिका निभा सकता है और एनडीआरआई भी इस क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि एनडीआरआई अपने विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ उन्हें उद्यमी बनाने की ओर लगातार अग्रसर है। डा. सिंह ने संस्थान की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि एनडीआरआई ने इस वर्ष 13 टेक्नोलोजीज विभिन्न डेरी इंडस्ट्रीज को हस्तांतरित की हैं और वर्ष के अंत तक यह संख्या ओर अधिक हो जाएगी।
इस वर्ष संस्थान को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से बेस्ट एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट अवार्ड से भी नवाजा गया है। इसके अलावा नेशनल रेफरल लैब को दूध व दूध से बने उत्पादों की टेस्टिंग के लिए एनएबीएल से मान्यता मिली है, जोकि संस्थान के लिए बहुत बड़ी उपलब्धी है।
अंत में उन्होंने विद्यार्थियों को लगन और मन लगाकर रिसर्च करने की नसीहत दी। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक अनुसंधान डा. बिमलेश मान, संयुक्त निदेशक प्रशासनिक सुशांत शाह, पूर्व संयुक्त निदेशक डा. आरके मलिक, डा. जेके कौशिक, डा. गौतम कौल, डा. एसके तोमर, वित नियंत्रक डीडी वर्मा सहित अन्य वैज्ञानिक एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।