घरौंडा के विधायक एवं हैफड़ के चेयरमैन हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि पूर्व के विधायकों ने घरौंडा विधानसभा क्षेत्र के यमुना बेल्ट के लोगों को विकास से वंचित रखा,केवल उनके साथ वोट की राजनीति की, परन्तु उन्होंने यमुना बेल्ट के सभी गांवों में लाखों रूपये के विकास कार्य करवाकर सभी को बिना किसी भेदभाव के विकास से जोड़ा है।
विधायक वीरवार को घरौंडा विधानसभा क्षेत्र के यमुना तलहटी पर लगते गांव नीलपार टिल्ला में करीब 21 लाख रूपये की लागत से बनने वाले सामुदायिक केन्द्र के शिलान्यास अवसर पर रविदास मंदिर परिसर में ग्रामीणों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब वे चुनाव के दौरान गांव का दौरा कर रहे थे तो उन्होंने यमुना बेल्ट के गांव की स्थिति देखी, सडक़ों की खस्ता हालत थी, ग्रामीणों के पास शौचालय नहीं थे, स्कू लों का बुरा हाल था, चौपालों की स्थिति जर्जर थी।
जब वे विधायक बने तो उन्होंने निर्णय लिया कि घरौंडा विधानसभा क्षेत्र का कोई भी ऐसा गांव नहीं छोड़ा जाएगा जो विकास से महरूम रहे। उन्होंने सबसे पहले जो गांव यमुना की बेल्ट पर पड़ते है,उन गांवों में विकास कार्य शुरू किये।
उन्होंने कहा कि आज यह गांव जो कईं दशकों से विकास से पिछड़ गए थे, उनमें विकास कार्य तेज गति से करवाया जा रहा है। इन ग्रामीणों को अब पता चला है कि विकास भी कोई चीज होती है। इस क्षेत्र के ग्रामीण मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार से पहले केवल वायदे ही सुनते रहे,उनका किसी ने भी विकास नहीं किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने नलीपार जैसे गांव में लाखों रूपये के विकास कार्यो को मंजूरी दिलवाई,जिनका विकास कार्य चल रहा है।
उन्होंने कहा कि आज नलीपार टिल्ला में 21 लाख रूपये से सामुदायिक केन्द्र के निर्माण कार्य की शुरूआत की है। इससे पहले भी इस गांव में 10 लाख 50 हजार रूपये की लागत से गलियों व नालियों का काम हो चुका है और इसके अतिरिक्त करीब 10 लाख रूपये गलियों के निर्माण करने के लिए मंजूर किये गए है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि सरकार के पास विकास कार्य की कोई कमी नहीं है। किसी भी ग्रामीण की सार्वजनिक मांग को अधूरा नहीं रहने दिया जाएगा।
इस अवसर पर सरपंच ऐसोसिएशन के प्रधान नरेश नली, मंडलाध्यक्ष,जोगिन्द्र राणा,रविन्द्र त्यागी, सरपंच जितेन्द्र, आनंद व कमलजीत,सचिन राणा व सतीश राणा सहित ग्रामीण उपस्थित थे।