पब्लिक हैल्थ ग्रामीण टयूबवैल आपरेटरों ने अपनी मांगों को लेकर 24वें दिन भी अनिश्चिकालीन धरना जारी रखा। टयूबवैल आपरेटर तपती गर्मी के बीच लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर डटे हैं, लेकिन कोई अधिकारी उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। जिससे टयूबवैल आपरेटरों में सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। आज के धरने को सम्बोधित करते हुए प्रधान रामवीर इन्द्री ने कहा कि पार्ट टाईम टयूबवैल आपरेटर गांव व शहरों में आठ से 10 घंटे कार्य करते है, लेकिन सरकार हमें पार्ट टाईम मानती है।
वहीं कार्य सरकार अपने पक्के सरकारी आपरेटरों से आठ घंटे के पैसे देकर करवाती है। उन्होंने कहा कि वे गांव के होने के कारण जब भी लाईट आती है तभी पानी की जरुरत पूरा करते हैं। गांव में लोगों की जरुरत के हिसाब से पानी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पिछली हुड्डा की सरकार ने हमारे कार्य को देखते व समझते हुए वेततन छह महीने के अंदर दो बार बढ़ाया था और बीती 24 अगस्त 2014 को हमारा लैटर जारी किया था, जिसमं पंचायत द्वारा लगाए गए आपरेटरों को 8100 रुपये सीधे खाते में देने बारे था।
उन्होंने कहा कि वह चार वर्षों से अपनी मांगों को लेकर वर्तमान सरकार से हक मांग रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा केवल गुमराह किया जा रहा है। हमें चार वर्षों से 4050 रुपये ही दिये जाते हैं। गांव में गरीब लोगों को और गरीब करने का काम इस सरकार द्वारा किया जा रहा है इसलिए सरकार से अनुरोध है कि हमारी समस्याआं को समझतें और हमारा वेतन सरकार के माध्यम से हमारे बैंक खातों में डाला जाए। आज के धरने में सुरेशपाल, जयप्रकाश, प्रमोद कुमार, पवन कुमार व मोहम्मद हैदर सहित अन्य उपस्थित रहे।