करनाल: न्यू रमेश नगर में रविवार, 14 दिसंबर से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का सात दिवसीय दिव्य आयोजन शुरू हो गया है। कॉलोनी निवासियों के सामूहिक सहयोग से आयोजित यह आध्यात्मिक कार्यक्रम 21 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं को वृंदावन के श्री भोला जी महाराज के मुखारविंद से कथा श्रवण का सौभाग्य प्राप्त होगा।
इस भव्य आयोजन की शुरुआत रविवार के दिन एक भक्तिपूर्ण कलश यात्रा के साथ हुई, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन न्यू रमेश नगर के पार्क में हो रहा है और यह पूरे क्षेत्र के लिए एक सौभाग्य का क्षण है।
कथा का समय और मुख्य संदेश
सप्ताह भर चलने वाली इस कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक निर्धारित किया गया है। कथावाचन के बाद सत्संग का कार्यक्रम भी होगा। कथा के मुख्य वक्ता, वृंदावन से पधारे श्री भोला जी महाराज, अपने प्रवचनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को ज्ञान और भक्ति के मार्ग पर प्रेरित करेंगे।
आयोजकों ने श्रीमद् भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह एक ऐसा दिव्य ग्रंथ है, जिसे एक कल्प वृक्ष की तरह माना जाता है। जहाँ श्रद्धा और भक्ति के साथ आने वाले भक्तों की हर कामनाएं पूर्ण होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्संग में आने से लोगों की तकदीर बदल जाती है और बाहरी परिस्थितियाँ भले ही न बदलें, लेकिन उनके आंतरिक विचार और जीवन की दिशा अवश्य बदल जाती है।
युवा पीढ़ी से विशेष आग्रह
आयोजन समिति के सदस्यों ने विशेष रूप से करनाल वासियों और युवा पीढ़ी से आग्रह किया है कि वे इस स्वर्णिम अवसर को न चूकें। उन्होंने कहा कि भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में आने से लोगों को भगवान श्री कृष्ण की दिव्य लीलाओं का रसपान करने का मौका मिलेगा, जिससे उन्हें अपने जीवन में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव जैसे मूल्यों को धारण करने की प्रेरणा मिलेगी। यह ग्रंथ सिर्फ़ पूजा-पाठ का विषय नहीं, बल्कि यह हमें पारिवारिक चीज़ों से ऊपर उठकर एक सकारात्मक संदेश देता है।
एक महिला श्रद्धालु, जो समाज सेवा में भी सक्रिय रहती हैं, ने सभी करनाल वासियों को जय श्री कृष्णा कहते हुए इस आयोजन से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह न्यू रमेश नगर वासियों का बड़ा सौभाग्य है कि उन्हें श्री भोला जी महाराज जैसे महान संत के प्रवचन सुनने का पुण्य प्राप्त हो रहा है।
समापन और भंडारा
सात दिनों तक चलने वाला यह भक्तिमय आयोजन रविवार, 21 दिसंबर को संपन्न होगा। समापन के दिन एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें सभी भक्तों को प्रसाद ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया गया है। आयोजकों ने करनाल के सभी धर्म प्रेमियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस कथा में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें और इस आध्यात्मिक ज्ञान यज्ञ को सफल बनाएँ।