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शोक में डूबा था परिवार: जमाई की मौत पर अफसोस जताने बाहर गया था पूरा परिवार, पीछे से चोरों ने घर को बनाया निशाना।
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दिव्यांग दंपति की मेहनत बर्बाद: ई-रिक्शा चलाकर पाई-पाई जोड़कर बेटी की शादी और भात के लिए खरीदे गहने चोरी।
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हौसले बुलंद: चोरों ने घर में घंटों रुककर तसल्ली से की तलाशी, सबूत मिटाने के लिए तोड़े गए ताले भी साथ ले गए।
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पुलिस से गुहार: सर्दियों में बढ़ती चोरी की वारदातों से सहमे लोग, पीड़ित परिवार ने प्रशासन से लगाई गश्त बढ़ाने की गुहार।
करनाल ब्रेकिंग न्यूज: करनाल के रामनगर इलाके में चोरों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसका एक जीता-जागता उदाहरण बीती रात देखने को मिला। यहाँ एक दिव्यांग परिवार, जो पहले से ही अपने जमाई की मौत के कारण गहरे शोक में डूबा हुआ था, एक और बड़े सदमे का शिकार हो गया। जब परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार और शोक सभा के लिए घर से बाहर थे, तब चोरों ने उनके सूने मकान को निशाना बनाते हुए घर में रखी सारी नकदी और कीमती जेवरात साफ कर दिए।
शोक में डूबा परिवार, पीछे से घर साफ
पीड़ित परिवार के मुताबिक, उनके दामाद का निधन हो गया था, जिसके चलते पूरा परिवार घर पर ताला लगाकर बाहर गया हुआ था। इसी मौके का फायदा उठाते हुए चोर देर रात घर में दाखिल हुए। चोरों ने न केवल मुख्य दरवाजे के ताले तोड़े, बल्कि घर के अंदर और ऊपर बनी पहली मंजिल को भी पूरी तरह खंगाल डाला। हैरानी की बात यह है कि चोर अपने साथ तोड़े गए ताले भी ले गए ताकि पीछे कोई सुराग न छूटे।
पाई-पाई जोड़कर जमा की थी शादी की पूंजी
पीड़ित महिला ने रोते हुए बताया कि वह और उनके पति दोनों दिव्यांग हैं और ई-रिक्शा चलाकर बड़ी मुश्किल से अपना गुजारा करते हैं। पति के हाथ में चोट लगने के कारण वे पिछले डेढ़ महीने से घर पर ही थे। परिवार ने अपनी बेटियों की शादी और अगले महीने होने वाले भात के कार्यक्रम के लिए पाई-पाई जोड़कर सोने-चांदी के गहने बनवाए थे। चोरों ने अलमारी और संदूकों को लोहे की रॉड से तोड़कर सोने की अंगूठियां, मंगलसूत्र, पाजेब, लॉकेट और अन्य कीमती सामान चुरा लिया। खाली डिब्बे और पर्स वहीं फर्श पर बिखरे मिले।
घंटों रुककर तसल्ली से की चोरी
घटनास्थल का मुआयना करने पर पता चला कि चोरों ने बेहद इत्मीनान से वारदात को अंजाम दिया। घर का सामान बुरी तरह बिखरा पड़ा था। संदूक, बैग और अलमारियों का कोना-कोना छान मारा गया था। पीड़ितों का मानना है कि चोर घर में करीब 2-3 घंटे तक रुके होंगे, क्योंकि उन्होंने घर की लाइटें जलाकर एक-एक सामान को तसल्ली से चेक किया था। ऊपर के कमरे में रहने वाली बुजुर्ग माताजी का सामान भी नहीं बख्शा गया।
पड़ोसियों ने दी सूचना, प्रशासन पर उठे सवाल
घटना की जानकारी सुबह करीब 5-6 बजे तब मिली जब पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने घर के दरवाजे खुले और लाइटें जलती देखीं। उन्होंने तुरंत शोर मचाकर आसपास के लोगों को इकट्ठा किया। मौके पर पहुंचे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इलाके में पुलिस की गश्त ना के बराबर है और पास के ग्राउंड में अक्सर नशा करने वाले असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे आए दिन चोरी का खतरा बना रहता है।
पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द चोरों को पकड़ा जाए और उनकी मेहनत की कमाई बरामद की जाए। वहीं, स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे सर्दियों की रातों में सतर्क रहें और लंबे समय के लिए घर खाली छोड़ते समय कीमती सामान बैंक लॉकर में सुरक्षित रखें।