राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में शैक्षणिक सप्ताह के दौरान डा. केके अइया स्मारक व्याख्यान पुरस्कार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) डा. जेके जैना को प्रदान किया गया। इस अवसर पर डा. जैना ने हिन्दुस्तान में पशुधन एवं पोल्ट्री के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास की स्थिति, दृष्टिाकोण एवं प्राथमिकता विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एनडीआरआई के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने की। डा. जैना ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 14 प्रतिशत कृषि का योगदान है। उन्होंने कहा कि विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत हिस्सा भारत में है, इसमें से 7.3 प्रतिशत भूमि कृषि योग्य है और कुल पानी का 4.2 प्रतिशत पानी हमारे देश के पास है। डा. जैना ने कहा कि दिनों दिन हो रहे जलवायु परिवर्तन, सीमित प्राकृतिक संसाधनों एवं गैर-नियोजित शहरीकरण के कारण आने वाले कुछ वर्षो में इतनी बड़ी जनसंख्या का पेट भरना हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी।
इसलिए हमारे वैज्ञानिकों को शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा डेरी के क्षेत्र में नई तकनीकों को विकसित करना होगा। एनडीआरआई के निदेशक डा. आरआरबी ने संस्थान के पूर्व निदेशक डा. केके आइया को श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि डा. आइया जैसे दिग्गज विद्वानों के मार्गदर्शन के कारण ही संस्थान आज एक बेहतरीन स्थिति में है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने माननीय वक्ता (डा. जेके जैना ) का प्रशस्ति पत्र पढ़ कर सुनाया तथा उनको केके अइया स्मारक व्याख्यान पुरस्कार प्रदान किया। शिक्षा समन्वक, डा. एसके तोमर ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी वैज्ञानिकों, स्टाफ व विद्यार्थियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर सयुंक्त निदेशक अनुसंधान डा. बिमलेश मान, पूर्व संयुक्त निदेशक डा. आरके मलिक सहित अन्य प्रभागाध्यक्ष एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।