हरियाणा के करनाल के हांसी रोड पर काले शीशे और अस्थायी नंबर वाली थार जीप ने एक ई-रिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी। चश्मदीदों के अनुसार थार रॉन्ग साइड से तेज रफ्तार में आ रही थी और अचानक ई-रिक्शा में सामने से घुस गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ई-रिक्शा पूरी तरह डैमेज हो गई और चालक सड़क पर गिर पड़ा, हालांकि किसी तरह वह जान बचाने में कामयाब रहा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के बाद थार कुछ क्षण के लिए रुकी, लेकिन कुछ ही मिनटों में वहां पहुंचे तीन–चार युवक, जिन्हें थार चालक के परिवार या जानकार बताया जा रहा है, बीच-बचाव के नाम पर सामने आ गए। उन्होंने ई-रिक्शा चालक और लोगों को यह कहकर शांत करने की कोशिश की कि वे नुकसान की भरपाई कर देंगे, नई रिक्शा दिला देंगे और खर्चा दे देंगे। इसी बातचीत के दौरान थार चालक गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया।
ई-रिक्शा चालक ने बताया कि वह अपनी सही साइड से आ रहा था, जबकि थार अचानक रॉन्ग साइड काटकर उसकी गाड़ी से टकरा गई। चालक के मुताबिक थार की गति 100–120 की स्पीड जैसी महसूस हो रही थी, ब्रेक तक ठीक से नहीं लगे और वह खुद शीशा टूटने के साथ रिक्शा से बाहर गिर गया। उसके पैरों और शरीर पर चोटें आईं और उसकी रोजी-रोटी चलाने वाली रिक्शा चलने लायक नहीं रही।
हादसे के बाद एक व्यक्ति लगातार ई-रिक्शा चालकों को ही गलत ठहराने की कोशिश करता रहा और कहता रहा कि शहर में अधिकतर हादसे ई-रिक्शा वालों की वजह से होते हैं। वहीं आसपास मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि यह शख्स थार चालक का जानकार लग रहा था और इसी ने लोगों को बातों में उलझाकर थार को निकलवाया। कुछ लोगों के अनुसार, किसी ने शुरू में थार की चाबी तक निकाल ली थी, लेकिन बाद में वही लोग “हम करवा देंगे, हम संभाल लेंगे” कहकर गाड़ी को निकलवा ले गए।
घायल चालक की पत्नी ने भावुक होते हुए कहा कि उनका पूरा परिवार इसी ई-रिक्शा पर निर्भर है, घर का खर्च इसी से चलता है और अब गाड़ी पूरी तरह चकनाचूर हो गई है। वह चाहती हैं कि थार चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, क्योंकि टक्कर मारने के बाद मौके से भाग जाना न केवल गैर-जिम्मेदाराना, बल्कि कानूनन अपराध भी है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि थार पर टेंपरेरी नंबर था, स्थायी नंबर प्लेट नहीं लगी थी और गाड़ी पर काले शीशे व आगे नीला ग्लास लगाया हुआ था। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि थार और एक दूसरी गाड़ी (स्कॉर्पियो) आपस में रेस जैसी स्पीड में आ रही थीं, तभी थार ने अचानक ई-रिक्शा को टक्कर मारी।
घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई, जाम की स्थिति बनी तो लोगों ने ई-रिक्शा को साइड में करवा दिया। चश्मदीदों का कहना है कि सड़क के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना कैद हो सकती है और उन्हीं की मदद से थार चालक व गाड़ी की पहचान की जा सकती है। लोगों ने मांग की कि फुटेज खंगालकर हिट-एंड-रन करने वाले चालक और उसके साथ आए लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
स्थानीय लोग यह भी कहते दिखे कि यदि शुरुआत में ही मौके पर मौजूद लोग चाबी अपने पास रखकर पुलिस को तुरंत बुला लेते, तो गाड़ी को भागने का मौका नहीं मिलता। अब पूरा मामला सीसीटीवी और पुलिस जांच पर टिका है, जबकि ई-रिक्शा चालक और उसका परिवार न्याय और उचित मुआवजे की उम्मीद में है।