करनाल के नज़दीक नेशनल हाईवे-44 पर घरौंडा टोल के पास उस समय बड़ा सड़क हादसा हो गया, जब शादी में शामिल होने जा रही बारात की सात गाड़ियों को पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। रसीन गांव से पानीपत के पलेड़ी गांव जा रही यह बारात हाईवे किनारे एक तरफ खड़ी थी और बाराती दूल्हे की गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक हुए इस हादसे ने पूरे दृश्य को चीख-पुकार और अफरातफरी में बदल दिया।
बारात में शामिल गाड़ियां एक कतार में सफेद पट्टी के साइड में पार्क थीं। इन्हीं गाड़ियों में महिलाएं, बच्चे और परिजन सजधज कर बैठे थे। ट्रक ने बिना दूरी बनाए और बिना ब्रेक लगाए सीधे खड़ी गाड़ियों में घुसते हुए एक के बाद एक सात वाहनों को टक्कर मारी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई गाड़ियों के आगे और पीछे के हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, शीशे टूट गए और गाड़ियों के पुर्जे सड़क पर बिखर गए।
बारातियों के अनुसार, इन सात गाड़ियों में करीब 70–80 लोग सवार थे। अचानक हुए हादसे में लगभग 10 बाराती गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि बाकी लोगों को भी चोटें आईं। कई घायलों के बारे में बताया गया कि वे गाड़ियों के अंदर खून से लथपथ हालत में फंसे हुए थे, जिन्हें निजी वाहनों और बाद में पहुंची एंबुलेंसों की मदद से अस्पताल भिजवाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रक तेज रफ्तार में पीछे से आया और उसने ब्रेक तक नहीं लगाए। गाड़ियों से टकराने के बाद भी वह आगे तक वाहनों को घसीटता हुआ ले गया, जिसके बाद लोगों ने आगे जाकर किसी तरह उसे रुकवाया। ट्रक को बाद में कब्जे में ले लिया गया और चालक को भी मौके से पकड़कर पुलिस के हवाले करने की बात सामने आई।
हादसे के तुरंत बाद नेशनल हाईवे-44 पर दोनों ओर जाम की स्थिति बन गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और सबसे पहले ट्रैफिक को नियंत्रित करने का काम शुरू किया। क्षतिग्रस्त गाड़ियों को किनारे लगवाया गया, क्रेन और अन्य संसाधनों की मदद से हाईवे से मलबा हटाया गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
बारात में शामिल लोग सदमे में हैं। कुछ देर पहले जो परिवार और रिश्तेदार शादी की खुशियों में शरीक होने की तैयारी कर रहे थे, वही लोग अब अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। कई बारातियों ने इसे ट्रक चालक की घोर लापरवाही बताते हुए कहा कि हाईवे किनारे खड़ी गाड़ियों के बावजूद तेज रफ्तार से ट्रक चलाना और समय पर ब्रेक न लगाना किसी बड़ी त्रासदी को न्योता देने जैसा है।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर हाईवे पर गति नियंत्रण और सड़क सुरक्षा नियमों के पालन की अहमियत को सामने ला दिया है। ऐसे मौके, जहां लोग परिवार सहित सफर कर रहे हों, वहां भारी वाहनों के चालकों द्वारा जरा सी चूक भी दर्जनों जिंदगियों को खतरे में डाल सकती है।