- करनाल में वोट चोरी के विरोध में कांग्रेस का CM आवास के बाहर प्रदर्शन।
- मंच पर साउंड सिस्टम के लिए कांग्रेस ने अस्थायी बिजली ‘कुंडी’ से जोड़ी।
- बिजली विभाग ने तार हटाए, माइक बंद होते ही भाषण बीच में रुके।
- कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार व चुनाव प्रक्रिया पर धांधली के आरोप लगाते रहे।
- माइक बंद होने के बाद भी बिना साउंड सिस्टम के नारेबाजी और प्रदर्शन जारी।
करनाल में कांग्रेस द्वारा कथित वोट चोरी के विरोध में मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जहां मंचसंचालन और भाषणों के लिए लगाए गए साउंड सिस्टम को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। प्रदर्शन स्थल पर लगे माइक और साउंड सिस्टम के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अस्थायी रूप से सीधे तार जोड़कर बिजली आपूर्ति ली हुई थी, जिसे लोगों ने ‘कुंडी’ के रूप में देखा।
वीडियो में दिखाई देता है कि जैसे ही बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची, उन्होंने अवैध रूप से जोड़ी गई बिजली की तारों को हटवा दिया, जिसके बाद अचानक माइक बंद हो गए और मंच पर चल रहे भाषण रुक गए। मौके पर मौजूद कार्यकर्ता और नेता कुछ देर के लिए हैरान नजर आए और बिना साउंड सिस्टम के नारेबाजी तथा संबोधन करने लगे।
कांग्रेस की ओर से लगाए गए पोस्टरों और बैनरों में वोट चोरी के खिलाफ नारे लिखे हुए दिखे और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास के बाहर घेराव करते हुए चुनावी प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगाते नजर आए। इस दौरान नेताओं ने चुनाव आयोग और सरकार पर निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया की रक्षा न कर पाने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
वीडियो में यह भी दिखाया गया कि कांग्रेस कार्यकर्ता वोट चोरी के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे, जबकि दूसरी ओर बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर कानूनन कार्रवाई का हवाला देते हुए बिना कनेक्शन के चल रहे साउंड सिस्टम की सप्लाई बंद करवा रहे थे। इस घटनाक्रम को लेकर आम लोगों में भी चर्चा का विषय बन गया कि विरोध कार्यक्रम के दौरान खुद बिजली की कुंडी लगाकर ध्वनि विस्तारक यंत्र चलाए जा रहे थे।
माइक बंद हो जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने बिना साउंड सिस्टम के ही हाथों में माइक पकड़े हुए या सीधे आवाज बुलंद कर विरोध जारी रखा और भीड़ से जोरदार नारे लगाने की अपील की। वीडियो के अंत तक कार्यकर्ता वोट चोरी के मुद्दे पर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन जारी रखते दिखाई दिए।