करनाल में ऑल इंडिया रोड़ महासभा के पूर्व प्रधान नसीब सिंह कारसा के घर पर बीती रात अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया। घटना रात करीब 12 बजकर 55 मिनट की बताई जा रही है, जब नसीब सिंह अपने घर पर अकेले मौजूद थे और अचानक तेज आवाजें सुनाई देने पर बाहर निकले।
नसीब सिंह के अनुसार, जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला तो घर के बाहर काफी संख्या में ईंटें, पत्थर और टायर बिखरे पड़े थे। हमलावरों ने घर की खिड़की के शीशे तोड़ दिए और वहां रखी कुर्सी को भी ईंटों से तोड़ दिया, जिसके बाद वे मौके से फरार हो गए।
घर के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर गेट के पास केवल पैरों की हलचल दिखाई दी, लेकिन सीलिंग की ऊंचाई और एंगल के कारण हमलावरों के चेहरे साफ तौर पर नजर नहीं आए। नसीब सिंह ने बताया कि उन्हें शुरुआती तौर पर दो हमलावर नजर आए, जबकि निकट स्थित ओम शांति आश्रम के कैमरे में तीन लोगों के जाते हुए दिखाई देने की बात कही गई।
नसीब सिंह ने कहा कि घटना के समय घर पर वे अकेले थे और उनका परिवार इन दिनों बाहर है, जिससे घटना के बाद वे पूरी रात जागकर खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश करते रहे। उन्होंने बताया कि उन्हें आज तक कभी किसी से धमकी नहीं मिली, न ही किसी के साथ कोई झगड़ा या विवाद रहा, इसलिए इस हमले के पीछे की मंशा उन्हें समझ नहीं आ रही।
उन्होंने तुरंत पीसीआर को फोन कर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। नसीब सिंह का कहना है कि उन्होंने पुलिस से पहले खुद को सुरक्षित स्थान पर ले जाने और उचित सुरक्षा देने की मांग की, जबकि पुलिस की ओर से उन्हें शिकायत देकर कार्रवाई की औपचारिक प्रक्रिया अपनाने को कहा गया।
सुबह उन्होंने थाने में लिखित शिकायत देकर घटना की पूरी जानकारी प्रशासन को सौंपी और हमलावरों की जल्द से जल्द पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग की। नसीब सिंह ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब उसी दिन ऑल इंडिया रोड़ महासभा का चुनाव हो रहा है और नसीब सिंह भी महासभा की गतिविधियों में सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि आज तक उनके खिलाफ किसी तरह की गाली-गलौज, झगड़ा या सीधा विवाद नहीं हुआ, फिर भी चुनाव से ठीक पहले उनके घर पर हमला होना गंभीर और चिंताजनक बात है।
नसीब सिंह ने प्रशासन से अपील की कि इस तरह की घटनाओं पर तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि समाज में डर का माहौल पैदा न हो और आमजन व बुजुर्ग स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऐसे हमलावर समय रहते न पकड़े गए तो भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ सकती हैं, जो कानून-व्यवस्था के लिए भी चुनौती बनेंगी।
स्थानीय स्तर पर भी लोग इस बात को लेकर चिंता जता रहे हैं कि किसी समाजिक संगठन के पूर्व प्रधान के घर पर रात के समय पत्थरबाजी और तोड़फोड़ होना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। लोगों का मानना है कि सीसीटीवी फुटेज, आसपास के अन्य कैमरों और तकनीकी जांच के आधार पर दोषियों को जल्द चिन्हित कर कानून के दायरे में लाना आवश्यक है।