करनाल में जेबीडी समाज कल्याण समिति द्वारा संचालित ‘अपनी रसोई’ के 200 हफ्ते पूरे हो गए, जहां हर सप्ताह जरूरतमंद लोगों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाता है। पुरानी सब्जी मंडी चौक स्थित अन्नपूर्णा शोरूम के सामने लगे विशेष कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर भोजन प्रसाद ग्रहण करते नजर आए।
कार्यक्रम की शुरुआत 2019 के जून महीने में सेक्टर-12 के पारा पार्क से की गई थी, जब समिति ने मात्र 10 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराने का संकल्प लिया था। कोरोना काल को छोड़कर यह सेवा लगातार जारी रही और 199 सप्ताह तक बिना रुके जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाया गया।
समिति पदाधिकारियों ने बताया कि आज 200वां कार्यक्रम पुराने सब्जी मंडी चौक पर आयोजित किया गया और इस विशेष अवसर पर बड़ा फैसला लेते हुए 10 रुपये का कूपन भी पूरी तरह समाप्त करने की घोषणा की गई। अब ‘अपनी रसोई’ में मिलने वाला भोजन पूर्णतः निशुल्क होगा, ताकि कोई भी व्यक्ति संकोच या हीनभावना के बिना यहां आकर भोजन कर सके।
समिति सदस्यों ने अपील की कि भोजन निशुल्क होने के बावजूद लोग उतना ही भोजन लें, जितना वे ग्रहण कर सकते हैं, ताकि अन्न की बर्बादी न हो और अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक यह सेवा पहुंच सके। कार्यक्रम के दौरान मीठे में हलवे का प्रसाद भी वितरित किया गया और महिलाएं व पुरुष बड़ी श्रद्धा से सेवा कार्य में जुटे रहे।
समिति से जुड़े सदस्यों ने बताया कि 1998 से हर साल नैना देवी जी के दरबार में नवरात्रों के दौरान लंगर सेवा की जा रही है, वहीं से प्रेरणा लेकर करनाल में भी यह प्रकल्प शुरू किया गया। देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अंत्योदय की भावना और समाज के अंतिम व्यक्ति तक सहयोग पहुंचाने की सोच से प्रेरित होकर ‘अपनी रसोई’ की नींव रखी गई।
समिति के प्रमुख भारत भूषण कपूर ने कहा कि यह सेवा केवल व्यक्तिगत प्रयास से नहीं, बल्कि पूरी टीम और वालंटियर्स की बदौलत संभव हो पाई है। उनका कहना था कि माता रानी की कृपा और सदस्यों के अच्छे स्वास्थ्य के कारण ही यह कार्यक्रम लगातार चल रहा है और वे कामना करते हैं कि जब तक प्राण हैं और साथी स्वस्थ हैं, यह सेवा निरंतर जारी रहे।
सेवा में जुड़े सदस्य रविवार को सुबह लगभग साढ़े नौ बजे कन्या पूजन के साथ रसोई का शुभारंभ करते हैं और करीब साढ़े तीन घंटे तक भोजन वितरण का कार्य चलता है। समिति इस सेवा को अन्नदान, महादान और नर सेवा, नारायण सेवा की भावना से जोड़कर देखती है और इसे समाज के प्रति अपना कर्तव्य मानती है।
कार्यक्षक्रम में मौजूद एक सहपाठी ने बताया कि वे भारत भूषण कपूर के साथ बचपन से पढ़े हैं और उनके परिवार की सेवा भावना को लंबे समय से करीब से देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि नैना देवी जी के दरबार में मिले विशेष आशीर्वाद के बाद से ही कपूर परिवार ने सेवा को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया और आज जेबीडी ग्रुप के माध्यम से भोजन, फल वितरण, ब्लड डोनेशन कैम्प सहित अनेक सामाजिक व धार्मिक कार्य किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने भी जेबीडी जन कल्याण समिति और भारत भूषण कपूर की समाज सेवा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कोरोना काल में भी सैकड़ों-हजारों लोगों तक अन्न पहुंचाकर एक मिसाल पेश की। अतिथियों ने कहा कि पहले 10 रुपये केवल इसलिए रखे गए थे कि किसी जरूरतमंद को यह महसूस न हो कि वह भीख मांगकर खा रहा है, लेकिन अब 200वें सप्ताह पर इसे पूर्ण निशुल्क कर देना बड़े संकल्प और संवेदना का परिचायक है।
समिति की ओर से यह भी बताया गया कि ‘अपनी रसोई’ के अलावा जरूरतमंद परिवारों की बेटियों के विवाह, सामूहिक विवाह कार्यक्रम, रक्तदान शिविर और अन्य जनकल्याणकारी कार्य भी नियमित रूप से किए जा रहे हैं। वक्ताओं ने कामना की कि ईश्वर भारत भूषण कपूर, उनकी धर्मपत्नी, परिवार और पूरे जेबीडी समूह को स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करे, ताकि यह सेवा और अधिक व्यापक रूप से आगे बढ़ सके।