तरावड़ी की राणा कॉलोनी में शादी वाले घर के बाहर खड़ी डीजे की गाड़ी में तड़के भीषण आग लग गई, जिससे गाड़ी और उसके अंदर रखा सारा साउंड सिस्टम व इलेक्ट्रॉनिक सामान जलकर राख हो गया। घटना के समय घर में उसी दिन शादी की तैयारियां चल रही थीं, जिससे खुशियों भरे माहौल पर दुख का साया छा गया।
घटना का समय और जगह
वीडियो के अनुसार आग सुबह करीब 3–4 बजे के बीच तरावड़ी की राणा कॉलोनी स्थित एक शादी वाले घर के बाहर खड़ी डीजे की गाड़ी में लगी। परिजनों को घटना की जानकारी पड़ोसियों ने आवाज लगाकर दी, जब गाड़ी से धुआं और आग की लपटें उठती दिखीं।
नुकसान और जला हुआ सामान
डीजे की गाड़ी में साउंड सिस्टम से जुड़ा भारी भरकम सामान रखा हुआ था, जो आग लगने के बाद पूरी तरह नष्ट हो गया। परिजनों और डीजे संचालकों के मुताबिक गाड़ी में जनरेटर, कई स्पीकर, वायरिंग, एंप्लीफायर, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि सब कुछ जलकर राख हो गया और आर्थिक नुकसान काफी ज्यादा बताया जा रहा है।
परिवार और डीजे संचालक की पीड़ा
जिस युवक की शादी थी, उसके भाई और परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि डीजे का काम उनका अपना है और यह गाड़ी भी उसी शादी के लिए मंगवाई गई थी। उनका कहना है कि आज घर में शादी और मेहंदी का कार्यक्रम था, डीजे बजाकर खुशियां मनानी थीं, लेकिन आग की घटना से सारा माहौल खराब हो गया और परिवार बेहद दुखी व परेशान है।
आग कैसे लगी, क्या शक है
परिजनों का कहना है कि इतनी सर्दी में, बिना किसी ऊपर से गुजरती बिजली की तार या अन्य स्पष्ट कारण के, अपने आप इतनी भयंकर आग लग जाना संभव नहीं लगता। वे सीधे किसी पर आरोप लगाने से बचते हैं, लेकिन उन्हें आशंका है कि किसी ने शरारतन आग लगाई होगी, हालांकि किसी का नाम लेने से उन्होंने साफ इनकार किया और जांच की मांग की।
दमकल, पुलिस और स्थानीय लोगों की भूमिका
परिजनों के मुताबिक घटना की सूचना पर पुलिस की 112 इमरजेंसी गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन दमकल की गाड़ी नहीं आ सकी और आग पर काबू पाने की कोशिश स्थानीय लोगों ने खुद पानी और मोटर पंप की मदद से की। पड़ोसी और रिश्तेदार मिलकर देर तक आग बुझाने में लगे रहे, तब जाकर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक गाड़ी और अंदर रखा अधिकांश सामान जल चुका था।
जांच और आगे की कार्रवाई
पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने की बात कही गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग किसी तकनीकी कारण से लगी या किसी ने जानबूझकर शरारत की। परिवार का कहना है कि कानून और प्रशासन से उन्हें न्याय और उचित मुआवजे की उम्मीद है, क्योंकि शादी के दिन इतनी बड़ी आर्थिक और भावनात्मक चोट उन्हें अकेले सहना मुश्किल है।