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करनाल आर.के.पुरम स्थित माता शेरावाली मंदिर में रात 3 बजे के करीब चोरी, ताला तोड़कर प्रवेश।
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चोर दान-पात्र, नकदी, चांदी की बांसुरी, पीतल के नाग देवता, आभूषण, बर्तन व पंडित के वस्त्र तक ले गए।
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मंदिर में पहले भी 2–3 बार चोरी; इस बार की वारदात को श्रद्धालुओं ने “हद पार” और “जमीर की मौत” बताया।
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डायल 112 टीम ने मौके का निरीक्षण किया, श्रद्धालु एसपी ऑफिस पहुंचे; पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग।
करनाल : आर.के.पुरम स्थित माता शेरावाली जी के मंदिर में शातिर चोरों द्वारा चोरी की वारदात ने स्थानीय लोगों की आस्था को झकझोर दिया है, जहाँ भगवान के दरबार से दान-पात्र, कीमती आभूषण और धार्मिक सामान तक गायब कर दिए गए। मंदिर में पहले भी दो–तीन बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं और ताज़ा मामले में चोरों ने न सिर्फ नकदी, बल्कि पीतल व धातु की मूर्तियाँ और पंडित जी के कपड़े तक नहीं छोड़े।
मंदिर के बाहर लगा ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया और दान-पात्र को जड़ से उखाड़ कर ले जाया गया। दान-पात्र के भीतर जितनी भी नकदी थी, उसे निकालकर चोर फरार हो गए, जबकि मंदिर के भीतर विराजमान कान्हा जी की चांदी की बांसुरी और शिवलिंग पर स्थापित पीतल के नाग देवता की मूर्ति भी चोरी कर ली गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, चोरों ने माता रानी और अन्य देवताओं के चांदी के आभूषण और अन्य कीमती धार्मिक वस्तुएं भी समेट लीं, जिससे मंदिर लगभग खाली-सा हो गया। एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि चार पीतल की लोटियां, प्लेट, जोत–बत्ती का सामान, नाग देवता की मूर्ति, कान्हा जी की बांसुरी, दान-पात्र, यहां तक कि बाल्टियाँ तक उठा ले जाई गईं और “कुछ नहीं छोड़ा मंदिर में।”
तस्वीरों में मंदिर के गेट का टूटा ताला और उससे जुड़े एंगल पर औज़ारों के निशान साफ दिखते हैं, जिससे अनुमान है कि चोर पूरी तैयारी के साथ आए थे। आसपास के लोगों का कहना है कि वारदात रात के करीब 3 बजे के आसपास हुई, उस समय इलाके में लाइट नहीं थी, जिसका फायदा उठाकर चोरों ने अंधेरे में इस घटना को अंजाम दिया।
एक स्थानीय बुजुर्ग ने कहा कि “कलयुग आ चुका है, नाग देवता तक को ले गए, यह किसी नशेड़ी का काम लगता है” और इसे इंसानियत व जमीर की “पूरी तरह मौत” जैसा बताया। उनके मुताबिक, मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर बार–बार हो रही चोरी की घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं और यह दिखाती हैं कि कुछ लोग नशे और लालच के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं।
स्थानीय श्रद्धालुओं ने बताया कि इससे पहले भी मंदिर से आभूषण और अन्य सामान चोरी हुआ था, लेकिन चोर पकड़े नहीं जा सके। इस बार की चोरी में चोरों ने “हद कर दी” क्योंकि उन्होंने पंडित जी के वस्त्र (लोई आदि) तक उठा लिए और नाग देवता की मूर्ति भी नहीं छोड़ी, जिससे लोगों में आक्रोश और व्यथा दोनों है।
वारदात की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची, प्राथमिक जांच कर वापस लौट गई, जबकि श्रद्धालु एसपी कार्यालय जाकर उच्च स्तर पर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। आसपास कुछ घरों पर सीसीटीवी कैमरे हैं, लेकिन जिस दिशा में मंदिर स्थित है वहाँ अंधेरा और बिजली न होने के कारण फुटेज स्पष्ट मिल पाना चुनौतीपूर्ण बताया जा रहा है।
स्थानीय महिला ने कहा कि रात को मंदिर के आसपास लाइट न होना सुरक्षा के लिए बड़ी कमी है और चोरों ने इसी “मौके का फायदा उठाकर” वारदात की। पंडित जी स्वयं नजदीकी गली (गली नंबर 4) में रहते हैं, इसलिए रात में मंदिर पर उनकी सीधी निगरानी नहीं रहती, जिसका फायदा पहले भी चोर उठा चुके हैं।
मंदिर वह स्थान है जहाँ लोग सुख–समृद्धि और शांति की प्रार्थना करने आते हैं, ऐसे स्थान पर बार–बार चोरी होना समाज के नैतिक पतन और सुरक्षा व्यवस्था दोनों पर सवाल उठाता है। चैनल की ओर से एसपी करनाल और पुलिस प्रशासन से अपील की गई कि इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेकर शीघ्र आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी की जाए, ताकि भविष्य में मंदिरों पर इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।