December 5, 2025
16 Nov 6

करनाल: श्री राम ग्लोबल स्कूल, करनाल में चिल्ड्रन डे के अवसर पर आयोजित एनुअल एथलेटिक मीट में नर्सरी से लेकर सीनियर क्लास तक के बच्चों ने जोश, आत्मविश्वास और खेल–भावना के साथ हिस्सा लिया। ट्रैक इवेंट्स, योगा, स्केटिंग और अन्य स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के जरिए छात्रों ने यह संदेश दिया कि शिक्षा के साथ–साथ खेल भी उनके समग्र व्यक्तित्व विकास का अहम हिस्सा हैं।​

बच्चों ने कहा – टीचर्स बनाते हैं स्कूल को ‘सेकंड होम’​​

इवेंट के दौरान कई बच्चों ने माइक्रोफोन पर अपने अनुभव साझा किए। कक्षा 5 और 7 के छात्रों ने बताया कि वे फर्स्ट ग्रेड से यहां पढ़ रहे हैं और टीचर्स की पेशेंस, काइंडनेस और गाइडेंस की वजह से स्कूल उन्हें एक ‘सेकंड होम’ जैसा महसूस होता है। बच्चों ने कहा कि टीचर्स हर समय, चाहे उनके पास टाइम हो या न हो, उन्हें गाइड करने के लिए तैयार रहते हैं और स्पोर्ट्स, योगा, गेम्स और रेस में पार्टिसिपेट करने के लिए लगातार मोटिवेट करते हैं।​​

स्पोर्ट्स मीट सिर्फ मेडल नहीं, कॉन्फिडेंस और हेल्दी माइंड की बात​

एक छात्रा ने स्पोर्ट्स मीट के बारे में बोलते हुए कहा कि यह इवेंट सिर्फ मेडल जीतने के लिए नहीं, बल्कि कॉन्फिडेंस, स्ट्रेंथ, करेज और यूनिटी की भावना को मजबूत करने के लिए है। बच्चों ने कहा कि स्पोर्ट्स एक्टिविटीज उन्हें पेशेंस, डेडिकेशन और यह सीख देती हैं कि हार–जीत से ज़्यादा ज़रूरी है अपना बेस्ट देना और अपने सपनों पर भरोसा रखना।​

योगा टीचर और HOD फिजिकल एजुकेशन ने गिनाई उपलब्धियां​​

स्कूल की योगा टीचर शिवानी ने बताया कि पिछले चार साल से वे श्री राम ग्लोबल स्कूल से जुड़ी हैं और यहां अकैडमिक्स के साथ–साथ स्पोर्ट्स को भी बहुत महत्व दिया जाता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में स्कूल ने सीबीएसई नेशनल योगा और उससे पहले सीबीएसई नेशनल खो–खो जैसे बड़े इवेंट्स को होस्ट किया है, जिससे बच्चों को नेशनल लेवल पर अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिला।​​
फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के हेड अशोक शर्मा ने कहा कि एनुअल एथलेटिक मीट में बच्चों ने बहुत बढ़िया परफॉर्म किया, वे मार्च–पास्ट से लेकर हर इवेंट में बेहद एक्साइटेड दिखे और पूरे दिन का माहौल स्पोर्ट्समैनशिप से भरा रहा।​

पेरेंट्स बोले – 10 में से 10, बच्चों में स्पष्ट दिख रहा बदलाव​

स्पोर्ट्स मीट के दौरान पहुंचे पेरेंट्स ने भी अपने अनुभव साझा किए। एक माता–पिता ने बताया कि उनका बच्चा कई सालों से स्कूल में पढ़ रहा है और उन्हें सबसे बड़ा बदलाव उसके एकेडमिक्स, स्पोर्ट्स और मैनर्स में दिखा है। एक पिता ने साफ कहा कि अगर रेटिंग देनी हो तो वे स्कूल को 10 में से 10 नंबर देना चाहेंगे, क्योंकि यहां का एनवायरमेंट, सेफ्टी और स्टाफ दोनों ही बच्चों के लिए बेहद पॉज़िटिव हैं।​​
कुछ पेरेंट्स ने बताया कि उनके बच्चों को पहले हिंदी या कुछ एक्टिविटीज में दिक्कत थी, लेकिन टीचर्स की मेहनत से सिर्फ दो–तीन महीनों में ही वे काफी आगे बढ़ गए और अब रनिंग, क्रिकेट, बॉल–गेम्स और क्लास–वर्क में बेहतरीन कर रहे हैं।​

“स्कूल से ज़्यादा कम्फर्टेबल यहां हैं बच्चे” – जॉइंट फैमिली के पेरेंट्स​​

एक जॉइंट फैमिली से आए पेरेंट्स ने कहा कि उनकी दोनों बेटियां स्कूल की शुरुआत से ही यहां पढ़ रही हैं और हर सुबह स्कूल आने के लिए इतनी एक्साइटेड रहती हैं कि घर से ज़्यादा कम्फर्टेबल खुद को स्कूल में महसूस करती हैं। उन्होंने बताया कि चाहे एक्टिविटीज हों या स्टडीज, हर क्षेत्र में स्कूल बच्चों को मोटिवेट और गाइड करता है, जिसकी वजह से उनका कॉन्फिडेंस लगातार बढ़ रहा है।​​

प्रिंसिपल अनुराधा धवन का संदेश – चिल्ड्रन डे पर बच्चों के लिए स्पेशल गिफ्ट​​

श्री राम ग्लोबल स्कूल की प्रिंसिपल अनुराधा धवन ने बताया कि पूरा इवेंट सिर्फ और सिर्फ बच्चों के लिए एक गिफ्ट के रूप में प्लान किया गया था। उन्होंने कहा कि स्कूल का विज़न है कि शिक्षा के साथ–साथ स्पोर्ट्समैनशिप, लीडरशिप और फिजिकल फिटनेस का संतुलित मिश्रण बच्चों को दिया जाए, क्योंकि आज के समय में ओवरऑल डेवलपमेंट ही असली एजुकेशन है।​​
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह पेरेंट्स खुद आकर ग्राउंड में मौजूद रहे, बच्चों को चीयर किया और उनकी मौजूदगी को सेलिब्रेट किया, वह बेहद पॉज़िटिव साइन है और स्कूल–पेरेंट्स–स्टूडेंट्स के बीच मजबूत कनेक्शन को दर्शाता है।​​

“अगर सच में नेशन–बिल्डर बनाना है…”​

रिपोर्ट के अंत में स्कूल प्रबंधन और रिपोर्टर ने उन सभी पेरेंट्स से अपील की कि यदि वे अपने बच्चों को सच–मुच ‘नेशन–बिल्डर’ बनते देखना चाहते हैं, तो उन्हें ऐसे प्लेटफॉर्म चुनने चाहिए जहां किताबों के साथ–साथ स्पोर्ट्स, योगा, को–करिकुलर एक्टिविटीज और वैल्यू–बेस्ड एजुकेशन पर बराबर ज़ोर दिया जाता हो।​

श्री राम ग्लोबल स्कूल, करनाल का यह एनुअल एथलेटिक मीट और चिल्ड्रन डे सेलिब्रेशन इस बात का उदाहरण बन गया कि सही गाइडेंस, अच्छा माहौल और एक्टिव पार्टिसिपेशन बच्चों के अंदर छुपे टैलेंट को किस तरह सामने ला सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.