दिनांक 01.07.17 को सचदेवा हस्पताल के पास से एक महिला पैदल जा रही थी, उसी समय एक्टीवा सवार दो बदमाष पिछे से आए और महिला के गले से चेन झपट कर ले गए । उसी समय युद्ववीर भी अपनी बाईक पर सवार उसी ओर जा रहा था, जिसने बदमाषों को देखते ही अपनी बाईक बदमाषों के पिछे दौड़ा ली । काफी देर तक बदमाष सै0-13 एक्सटैंषन में उसे चकमा देने का प्रयास करते रहे और एक गली से दूसरी गली में घुमाते रहे । लेकिन युद्ववीर ने हौंसला नहीं छोड़ा और उनका पिछा करता रहा व जैसे ही बदमाष सै0-13 से निकलकर मुगल कैनाल की ओर जाने लगे तभी युद्ववीर ने अपनी बहादूरी और समझदारी का परिचय देते हुए स्नैचरों की एक्टीवा को पकड़ लिया । जिनमें से एक को उसने एक्टीवा के साथ ही धर दबोचा व दूसरा वहां से भागने में कामयाब हो गया । युद्ववीर ने पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस ने उसे गिरफतार कर अदालत के सामने पेष किया ।
आज दिनांक 03.07.17 को पुलिस अधीक्षक करनाल श्री जषनदीप सिंह रंधावा भा.पु.से. ने युद्ववीर सिंह को उसके इस सराहनीय कार्य के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया । युद्ववीर सिंह ने बताया कि 2011 में एक बार पहले भी वह एक स्नैचर को पकड़ कर पुलिस की सहायता कर चुका है । वहीं पुलिस कप्तान ने युद्ववीर की तारीफ करते हुए कहा कि यदि भविष्य में कभी भी उन्हें करनाल पुलिस की आवष्यकता हुई, तो करनाल पुलिस हर समय उनके सहयोग के लिए उनके साथ है ।