ग्राम सचिव वैलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के बैनर तले मंगलवार को जिले के ग्राम सचिवों ने जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिला अध्यक्ष ललित कुमार के नेतृत्व में प्रदेश कार्यकारिणी से राजा राम प्रदेश महासचिव की उपस्थिति में जिले के तमाम ग्राम सचिव जिला सचिवालय रोष मार्च निकालते हुए पहुंचे। जिला अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम सचिवों के साथ सरकार ने वादाखिलाफी की है। ग्राम सचिव ग्राम विकास की तमाम योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संभालते हैं। प्रदेश की 6212 ग्राम पंचायतों की बागडौर संभालने वाले ग्राम सचिवों के हितों की लगातार अनदेखी की गई है। ग्राम सचिवों ने 6 मार्च 2016 को रोहतक में महासम्मेलन का आयोजन किया था, जिसमें विकास एवं पंचायत मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ को बतौर मुख्यअतिथि आमंत्रित किया था। जिसमें शिरकत करने पहुंचे पंचायत मंत्री को ग्राम सचिवों ने अपनी मांगों से अवगत करवाया था। जिसके बाद पंचायत मंत्री की अध्यक्षता में विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ 18 मई 2016 को बैठक में ग्राम सचिवों द्वारा 11 सुत्रीय मांग-पत्र प्रस्तुत किया था।
जिस पर मंत्री एंव विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा सहमति जाहिर की गई थी। लेकिन अभी तक ग्राम सचिवों को सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं। 30 मार्च 2017 को दोबारा से मंत्री द्वारा उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करवाई गई लेकिन उस बैठक के बाद भी कोई मांग सिरे नहीं चढ़ पाई। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवों को बरगलाया जा रहा है। ग्राम विकास के नाम पर भी सरकार गुमराह करने का काम कर रही है, क्योंकि ग्राम सचिवों का मांग पत्र ग्राम विकास से जुड़ा है। ग्राम विकास की बागडौर संभालने वाले ग्राम सचिवों की शैक्षणिक योग्यता महज दसवीं है। जबकि सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मी के लिए भी दसवीं पास योग्यता रखी गई है। ग्राम सचिव ग्राम विकास की तमाम तरह की योजनाओं का क्रियान्वयन करते हैं तथा ई-पंचायत पर भी ग्राम सचिवों से कार्य करवाया जा रहा है। इसके मद्देनजर सरकार को ग्राम सचिवों द्वारा रखे गए मांग पत्र पर सरकार को सकारात्मक रवैया दिखाना होगा। इस अवसर पर संजय, रामा, सेवा सिंह, मुकेश काम्बोज, राजेश कुमार, हर्ष दत्ता, मुकेश कुमार, अनुप, हुक्कम, संजीव कुमार, नरेन्द्र गुप्ता समेत जिले के सभी ग्राम सचिव मौजूद रहे।