November 23, 2024

करनाल/दीपाली धीमान : शहर की पुरानी अनाज मंडी स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर में इंदिरा एकादशी बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मंदिर व बाबा श्याम के स्वरूप को फूलों से सजाया और महकाया गया। सुबह से लेकर शाम तक खाटू श्याम मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर विधि-विधान से पूजा अर्चना की और सुख-समृद्धि की कामना की।

एकादशी के उपलक्ष्य में मंदिर में कीर्तन का आयोजन भी किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर कीर्तन का आनंद उठाया। शनिवार को सुबह से लेकर प्रभु इच्छा तक श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा का गुणगान किया। कीर्तन के दौरान हुए गुणगान के माध्यम से श्रद्धालुओं को इंदिरा एकादशी महत्व बताया गया। एकादशी के अवसर पर मंदिर कमेटी द्वारा श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।

इस अवसर पर पंडित दीपक पांडे ने बताया कि एकादशी का व्रत भगवान विष्णु जी की पूजा के लिए समर्पित है। एकादशी का व्रत करने से प्रभु नारायण और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी का व्रत करने का विधान है। इस एकादशी की खास बात यह है कि यह पितृपक्ष में आती है, जिस कारण इसका महत्व बहुत अधिक हो जाता है।

मान्यता है कि यदि कोई पूर्वज जाने-अनजाने हुए अपने कर्मों के कारण यमराज के पास अपने कर्मों का दंड भोग रहे हैं तो इस एकादशी पर विधिपूर्वक व्रत कर इसके पुण्य को उनके नाम पर दान कर दिया जाए, तो उन्हें मोक्ष मिल जाता है। वहीं इस मौके पर मंदिर के मुख्य सेवक देसराज गुप्ता ने बताया कि हर एकादशी पर श्री खाटू श्याम मंदिर में भव्य कीर्तन का आयोजन किया जाता है।

मंदिर कमेटी की तरफ से श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हर प्रकार की व्यवस्था की जाती है। इस मौके पर मंदिर मुख्य सेवक देसराज गुप्ता, अनिल कुमार गर्ग, रामकरण गोयल, महेंद्र गुप्ता, विनोद गोयल, आकाश गुप्ता व विकास गुप्ता सहित आदि उपस्थित रहे।

मंदिर के मुख्य सेवक देसराज गुप्ता ने बताया कि विजयदशमी के उपलक्ष्य में श्री खाटू श्याम मंदिर में 5 अक्तूबर से लेकर 11 अक्तूबर तक राम कथा का आयोजन किया जाएगा। 11 अक्तूबर को मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। शहर के लोगों से अपील है कि मंदिर में पहुंचकर राम कथा का आनंद उठाए और 11 अक्तूबर को भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करें।

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